सनातन धर्म में बढ़ी आस्था तो शबाना बनी पूजा, कृष्ण पाल के साथ लिए 7 फेरे
बरेली, 08 नवंबर (हि.स.)। देश में जब से मोदी सरकार आई है घर वापसी के मामले बढ़े हैं। सनातन धर्म में बढ़ती आस्था के चलते अब तक बहुत सारे लोग घर वापसी कर चुके हैं। ऐसे में अब बरेली में सनातन धर्म में आस्था बढ़ने पर शबाना पूजा बन गई और उसने कृष्ण पाल के साथ हिंदू रीति रिवाज से शादी की।
हाफिजगंज के अहमदाबाद की रहने वाली शबाना को अपने ही गांव के कृष्ण पाल से मोहब्बत हो गई। दोनों आठ सालों से एक दूसरे से चोरी छिपे मिलते थे, फोन पर घंटों बाते करते थे। जिसके बाद दोनों ने एक साथ जिंदगी बिताने का फैसला किया और आज शबाना ने धर्म परिवर्तन कर शादी कर ली। शबाना ने मढ़ीनाथ स्थित अगस्त मुनि आश्रम में शादी की। पंडित केके शंखदधार ने शबाना का पहले गौ मूत्र और गंगाजल से शुद्धिकरण करवाया फिर शबाना की घर वापसी करवाई। जिसके बाद शबाना ने अपना नाम बदलकर पूजा यादव रख लिया। पूजा ने कृष्ण पाल के साथ विधि विधान से हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शादी की।
पंडित केके शंखधार ने मंत्रोच्चार के जरिए शबाना की शादी कृष्ण पाल से करवाई। कृष्ण पाल ने शबाना के साथ 7 फेरे लिए, शबाना की मांग सिंदूर से भरी और मंगलसूत्र पहनाया। वहीं शबाना का कहना है कि उसकी हिंदू धर्म में आस्था है और वो बालिग है उसने अपनी मर्जी से बिना किसी जोर जबरदस्ती के कृष्ण पाल से शादी की है। वो आठ सालों से कृष्ण पाल से मोहब्बत करती है।
पंडित केके शंखधार ने बताया कि शबाना ने जिलाधिकारी कार्यालय में धर्म परिवर्तन के लिए आवेदन किया और हमने शबाना का शुद्धिकरण करवाकर उसकी शादी करवाई है। उन्होंने कहा कि ये घर वापसी है। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में महिलाओं का सम्मान होता है, जबकि मुस्लिम समुदाय में महिलाओं को बच्चा पैदा करने की मशीन समझा जाता है। यही वजह है की बड़ी संख्या में लोग घर वापसी कर रहे हैं। उनका उद्देश्य भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना है।
हिन्दुस्थान समाचार/अनूप/आकाश
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