लॉजिस्टिक एवं वेयरहाउसिंग हब बनने की ओर अग्रसर है उत्तर प्रदेश : नन्दी
सीआईआई द्वारा आयोजित उत्तर प्रदेश वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स समिट 2024 में सम्मिलित हुए मंत्री नन्दी
लखनऊ, 07 अगस्त (हि.स.)। कान्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) द्वारा बुधवार को उत्तर प्रदेश वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक्स समिट 2024 का आयोजन किया गया। गोमतीनगर स्थित सीआईआई कार्यालय में आयोजित समिट में उप्र सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ रही वेयर हाउसिंग एंड लॉजिस्टिक सुविधाओं का खाका उद्यमियों के सामने रखा।
मंत्री नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का हृदय है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश देश का ग्रोथ इंजन बन कर उभरा है। 2017 के पहले तक व्यापारियों, उद्यमियों को डराने वाले गुंडे-माफिया आज खुद डरे हुए हैं। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था आज रोल मॉडल बनी है। उन्होंने कहा कि लॉजिस्टिक उद्योग न केवल आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है। बल्कि पर्यावरणीय और सामाजिक मुद्दों को हल करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में वर्तमान में भारतीय लॉजिस्टिक उद्योग का मूल्य 150 अरब अमेरिकी डॉलर है और यह देश के जीडीपी का 14.4 प्रतिशत हिस्सा है। 2025 तक इसके 380 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र व्यापार के हर क्षेत्र से किसी न किसी रूप से जुड़ा होता है और उद्योग का आधार बनता है। उत्तर प्रदेश भारत का एकमात्र राज्य है जहां सबसे अधिक संख्या में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई अड्डे हैं और साथ ही साथ देश का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क भी उत्तर प्रदेश में मौजूद है। इस कारण, उप्र में न केवल देश के सबसे बड़े लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग क्षेत्र का केंद्र बनने की क्षमता है, बल्कि यह क्षेत्र जल्द ही उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाकर यू.पी. के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने में भी सहायक होगा।
एसीईओ यूपीईडा हरि प्रताप शाही ने यूपी वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स नीति 2022 के तहत किए गए महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस नीति में वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र को बढ़ावा देने, विकास और नवाचार के लिए अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रोत्साहन शामिल हैं।
सीआईआई उत्तरी क्षेत्र के खाद्य और डेयरी समिति के अध्यक्ष और गोल्डी ग्रुप के निदेशक आकाश गोयनका ने कहा कि यूपी भारत के सबसे बड़े और सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में से एक है, यहां वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के विकास की अपार सम्भावनाएं व्याप्त हैं।
डी.पी. वर्ल्ड के सीईओ, कॉन्ट्रैक्ट लॉजिस्टिक्स एंड कोल्ड चेन, सबकॉन्टिनेंट, अनूप चौहान ने प्रतिभागियों को कम्पनी की व्यापक प्रोफाइल के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी संस्था प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग समाधानों के साथ उद्योग को सक्षम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि डी.पी. वर्ल्ड कुशल और विश्वसनीय लॉजिस्टिक्स सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए स्थिरता और तकनीकी प्रगति पर ध्यान देने के साथ नवीन समाधानों और रणनीतिक निवेशों के माध्यम से वैश्विक व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में क्रांति लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सी.आई.आई. उत्तर प्रदेश के एम.एस.एम.ई पैनल संयोजक और ए.एम.ए हर्बल्स लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ यावर अली शाह ने उल्लेख किया कि यह व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है कि वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स क्षेत्र देश की आर्थिक वृद्धि को गति देने वाला इंजन है और एम.एस.एम.ई. के बाद सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है। उत्तर प्रदेश उत्तर भारत में एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरा है। राज्य के औद्योगिक उत्पादन को बढ़ावा देने पर वर्तमान सरकार के द्वारा कई प्रकार की नवीन पहल शुरू की गई हैं, जिनमें उद्घाटन वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन, ओडीओपी मेले और विभिन्न निवेश परियोजनाओं के लिए ग्राउंडब्रेकिंग समारोह शामिल हैं। सत्र में उद्योग, प्रशासन, शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / मोहित वर्मा / विद्याकांत मिश्र
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