सीसीएसयू और एनएबीआई के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर
मेरठ, 11 दिसम्बर (हि.स.)। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ एवं नेशनल एग्रीकल्चर फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट (एनएबीआई) मोहाली पंजाब के मध्य सोमवार को समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुए। इस समझौता पत्र पर हस्ताक्षर होने से सीसीएसयू के छात्र-छात्राओं को शोध के क्षेत्र में बड़ा लाभ होगा।
नेशनल एग्रीकल्चर फूड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट देश का महत्वपूर्ण एवं शोध के क्षेत्र में एक विशेष संस्थान है। मुख्य रूप से यह खाद्य विज्ञान कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अग्रणी है। इस संस्थान के साथ सोमवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय द्वारा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौता ज्ञापन के बाद सीसीएसयू मेरठ के छात्र-छात्राएं और शिक्षकों को वहां पर चल रहे नए शोध आयाम का लाभ मिल सकेगा।
छात्र नवीनतम उपकरणों को चलाने आदि का प्रशिक्षण ले सकेंगे। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के शिक्षक संयुक्त रूप से प्रोजेक्ट पर कार्य करेंगे तथा संयुक्त रूप से विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों को संपादित करेंगे। नेशनल एग्रीकल्चर फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर अश्विनी पारीक, वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रोफेसर जीके रॉय के साथ सीसीएसयू की कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए।
इस अवसर पर कुलसचिव धीरेंद्र कुमार, शोध निदेशक प्रोफेसर वीरपाल सिंह, कृषि संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर शैलेंद्र शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर भूपेंद्र सिंह, वरिष्ठ प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता, अनुवांशिकी एवं पादप प्रजनन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर राहुल कुमार, डॉक्टर धर्मेंद्र प्रताप, डॉक्टर सचिन कुमार, डॉक्टर अजय कुमार, प्रेस प्रवक्ता मितेंद्र कुमार गुप्ता, प्रेस समिति के सदस्य इंजीनियर प्रवीण पवार आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. कुलदीप/राजेश
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