संस्कारों से युक्त बालक ही संस्कारवान समाज की नींव डालता है- ओमपाल सिंह

संस्कारों से युक्त बालक ही संस्कारवान समाज की नींव डालता है- ओमपाल सिंह
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संस्कारों से युक्त बालक ही संस्कारवान समाज की नींव डालता है- ओमपाल सिंह


देश को एक मजबूत सूत्र में बांधने का काम करता है परिवार

मऊ 04 मार्च (हि. स) परिवार में नारी पुरुष के सजृन से जो संतती होती हैं उसकी प्रथम गुरु माँ होती है। माँ ही अपने बच्चे को संस्कारवान एवं गुणवान बनाती है और संस्कारों से युक्त बालक ही संस्कारवान समाज की नींव डालता है। जो आगे चलकर समाज एवं देश का नाम उज्ज्वल करता है। उपरोक्त बातें उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के कुटुम्ब परिवार प्रबोधन प्रमुख ओमपाल ने कहा।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित कुटुंब परिवार मिलन समारोह को संबोधित करते हुए ओमपाल सिंह ने कहा कि परिवार समाज की प्रथम इकाई है और परिवार रूपी गाड़ी को चलाने के लिए नारी पुरुष दो चाक हैं। जिस परिवार में पति पत्नी दोनों सरकारी या किसी प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करते हैं निश्चित रूप से उनके घर के बच्चों की देखरेख, निगरानी, शिक्षा संस्कार के कार्यों में कुछ कमियां रह जाती है। ऐसे में माता को अपने बच्चों जो देश के भविष्य साबित होते हैं पर ही विशेष ख्याल रखना चाहिए। क्योंकि माताओं बहनों संयोजन में ही परिवार कुटुंब सही ढंग से आगे चल पाता है। राम, कृष्ण, शिवाजी आदि ने अपनी माँ के दिए संस्कारों से न केवल देश को बल्कि पूरे राष्ट्र को गौरवान्वित किया। इस प्रकार माता कौशल्या, यशोदा एवं जीजाबाई ने समाज और संस्कारों के निर्माण में महती भूमिका अदा की।

क्षेत्र कुटुंब प्रबोधन प्रमुख अशोक उपाध्याय ने समारोह को संबोधित करते हुए कहाकि परिवार के साथ-साथ कुटुंब से नाता रखना देश को एक मजबूत कड़ी की ओर आगे ले जाता है। उन्होंने कहा कि कुटुंब का तात्पर्य हमारे पड़ोसियों से लगायत नात, रिश्तेदार, सगे संबंधियों तक से है। ऐसे में हमें केवल अपने कुटुंब का ही ख्याल नहीं रखना हमें अपने केवल परिवार का ही ख्याल नहीं रखता बल्कि कुटुंब के लोगों को भी साथ लेकर चलना है। जिसके निमित्त कुटुंबमित्र बनाना एक महत्वपूर्ण कार्य है। वक्ताओं द्वारा भारतीय संस्कृति और सभ्यता का पाठ पढ़ाकर भारत की नारियों के जरिए आदि काल से लेकर अब तक की वीरांगानाओं का हवाला दिया। उन्हें बच्चों में भारतीय संस्कृति और सभ्यता का बीजारोपण करने की जिम्मेदारी सौंपी। महिलाओं को उनकी जिम्मेदारी का भान कराया तो संस्कार और सभ्यता का पाठ पढ़ाया गया। संबोधन के उपरांत भारत माता और भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की संगीतमय भव्य आरती की गई। जिसमें लोगों ने श्रद्धापूर्वक आरती पूजन किया। मंचासीन अतिथियों को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के शुभारंभ में रिद्धि पांडेय द्वारा पायो जी मैंने राम रतन धन पायो व जान्हवी त्रिपाठी द्वारा ए पहुना... कर्णप्रिय भजन सुनाकर लोगों का मन मोह लिया गया।

कुटुंब परिवार मिलन समारोह में नगर से सहित जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से सैकड़ो परिवार के हजारों लोग सम्मिलित हुए। जहां संबोधन उपरांत सहभोज का कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से आरएसएस जिला प्रचारक राममोहन , नगर प्रचारक आर्यम, जिला कार्यवाह भुवेश, जिला संघचालक कैलाश , सह संघचालक योगेंद्र सिंह, नगर संघचालक सुनील सिंह, सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / वेद नारायण/बृजनंदन

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