गौ माता वात्सल्य जननी है, गौ महिमा साधारण व्यक्ति व्यक्त नहीं कर सकता : ऋतंभरा
सारे विश्व का कल्याण इस अनुसंधान केन्द्र से होगा : साध्वी ऋतंभरा
मथुरा, 28 नवम्बर(हि.स.)। फरह स्थित दीनदयाल धाम में गो विज्ञान एवं प्रशिक्षण केंद्र का मंगलवार को लोकार्पण किया गया। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और साध्वी ऋतम्भरा समेत कई हस्तियां मौजूद रहीं।
इस दौरान साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि गौ माता वात्सल्य जननी है। गौ महिमा साधारण व्यक्ति के बिना व्यक्त नहीं की जा सकती। गौ माता कचरे से भूख मिटाती है तो दिल को दर्द होता है। धरती को माता कहते हैं लेकिन रासायनिक खाद्य से गोद को छलनी किया जा रहा है। जैसे अयोध्या में राम मंदिर का संकल्प पूरा हुआ, वैसे ही गो संरक्षण का भी होगा।
उन्होंने कहा कि इस अनुसंधान केन्द्र के निर्माण से इन सब चीजों पर कुछ हद तक अंकुश लगेगा। सारे विश्व का कल्याण इस अनुसंधान केन्द्र से होगा।
वहीं आशीर्वचन देते हुए हंस फाउंडेशन की मंगलमाता ने कहा कि आज कलयुग में गौ माता के लिए सोचा जा रहा है। गौ माता की सेवा लिए यह विशाल अनुसंदान केन्द्र खोला गया है। हमारे समाज की पुरानी परम्परा है गणेश जी मूर्ति बनाने के लिए गाय के गोबर का प्रयोग किया जाता है। आने वाली जनरेशन को बताना है कि माँ जन्म देती है और गाय पालती है गाय का दूध अमृत है।
कार्यक्रम में प.पू. सरसंघचालक मोहन जी भागवत ने दीनदयाल बुनकर केंद्र व गोबर के बायो गैस चलित जनरेटर प्लांट का लोकार्पण व आयुष पशु चिकित्सा संस्थान का शिलान्यास किया। साथ ही गाय पर बनने वाली फिल्म गोदान के पोस्टर का विमोचन किया गया।
इस अवसर पर मुकेश जैन, अजय वंशकार को विश्वकर्मा सम्मान मिला। साथ ही सरसंघचालक ने अनुसंधान केंद्र में संचालित होने वाले पाठ्यक्रम पुस्तकों का विमोचन किया। लोकार्पण कार्यक्रम का लाइव प्रसारण विश्व संवाद केंद्र और एयरटेल के सहयोग से किया गया।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश
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