मोदी का घर जाना, पंकज का यूपी के 'कमल' का चौधरी बनना

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मोदी का घर जाना, पंकज का यूपी के 'कमल' का चौधरी बनना








गोरखपुर, 13 दिसंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजनीतिक निर्णयों और सार्वजनिक मूवमेंट को सामान्य प्रतीकों की तरह देखना अक्सर भ्रमित कर देता है। 7 जुलाई 2023 को उनका उत्तर प्रदेश में महज़ 200 मीटर पैदल चलकर पंकज चौधरी के घर जाना भी ऐसा ही एक उदाहरण था, जिसे उस वक्त कई लोगों ने औपचारिक या शिष्टाचार मुलाकात मानकर नज़रअंदाज़ कर दिया। लेकिन समय के साथ यह स्पष्ट होता गया कि यह केवल एक व्यक्तिगत यात्रा नहीं थी, बल्कि उसके पीछे राजनीतिक संदेश और भविष्य की दिशा छिपी हुई थी।

उस दिन के बाद से पंकज चौधरी का राजनीतिक कद जिस तरह उभरा, वह सिर्फ प्रदेश तक सीमित नहीं रहा। 14 दिसंबर से पहले ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनकी भूमिका और राष्ट्रीय स्तर पर उनकी स्वीकार्यता खुलकर सामने आ चुकी थी। यह उभार अचानक नहीं था, बल्कि सत्ता के शीर्ष पर बैठे व्यक्ति की सूक्ष्म राजनीतिक समझ और दीर्घकालिक योजना का परिणाम था।

नरेंद्र मोदी की राजनीति की सबसे बड़ी विशेषता यही रही है कि उनके कदम अक्सर पारंपरिक राजनीतिक गणनाओं से बाहर दिखाई देते हैं। उनके किसी भी मूवमेंट, प्रक्रिया या निर्णय का अनुमान न तो मीडिया पहले से लगा पाता है और न ही कई बार उनके निकट सहयोगी। वह संकेत कम देते हैं, लेकिन परिणाम स्पष्ट और दूरगामी होते हैं।

मोदी राजनीति में प्रतीकों, संदेशों और समय की अहमियत को गहराई से समझते हैं। किससे मिलना है, कहाँ जाना है और किस क्षण सार्वजनिक रूप से कोई कदम उठाना है यह सब केवल वर्तमान के लिए नहीं, बल्कि भविष्य के राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने के लिए होता है। पंकज चौधरी के घर की वह 200 मीटर की यात्रा भी इसी रणनीति का हिस्सा थी, जिसने आने वाले समय में उत्तर प्रदेश और देश की राजनीति में नए समीकरणों की नींव रखी।

यही कारण है कि नरेंद्र मोदी के हर कदम को तत्काल प्रभाव से नहीं, बल्कि समय के फ्रेम में रखकर देखने की जरूरत होती है। उनकी राजनीति का असली अर्थ अक्सर बाद में समझ आता है जब फैसले परिणाम में बदल चुके होते हैं।

आज लखनऊ में भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पद हेतु पंकज चाैधरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह की उपस्थिति में नामांकन पत्र दाखिल किया।

इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, भाजपा उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, भाजपा उत्तर प्रदेश के महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, जनप्रतिनिधिगण एवं पार्टी पदाधिकारीगण की गरिमामयी उपस्थिति रही।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय

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