मिशन शक्ति अभियान : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों से महिलाओं के विरुद्ध अपराधों पर लगा अंकुश
2017 के बाद प्रदेश सरकार ने महिला सुरक्षा प्रतिक्रिया प्रणाली को लेकर कई अहम निर्णय लिए
लखनऊ, 12 दिसंबर | योगी आदित्यनाथ सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में मिशन शक्ति के तहत त्वरित न्याय प्रणाली ने महिलाओं की सुरक्षा को नई ऊंचाई दी है। 2017 के बाद प्रदेश सरकार ने महिला सुरक्षा प्रतिक्रिया प्रणाली को लेकर कई अहम निर्णय लिए हैं। पुलिस द्वारा बेटियों और महिलाओं की शिकायतों का प्राथमिकताओं के आधार पर निस्तारण किया जा रहा है। महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की एडीजी, पद्मजा चौहान का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में प्रदेश भर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर समय-समय पर अभियान चलाये जाते हैं। इसी का परिणाम है कि साढ़े आठ वर्षों में महिलाओं से सम्बंधित अपराधों में काफी कमी दर्ज की गई है। मिशन शक्ति अभियान से महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक भी किया जाता है ।
इस अभियान ने महिलाओं को सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन प्रदान किया है। इस अभियान के प्रति महिलाओं को जागरूक कर एक सुरक्षित वातावरण का निर्माण किया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यशालाओं के माध्यम से यह अभियान महिलाओं के जीवन में परिवर्तन आ रहा है। इससे समावेशी एवं सशक्त समाज की स्थापना होगी। मिशन शक्ति के तहत महिलाओं को विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों और साइबर अपराध के प्रति जागरूक किया जाता है। इसके साथ ही उन्हें कानूनी धाराओं और महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी जाती है, जिसमें शामिल है वीमेन पावर लाइन 1090, चाइल्ड लाइन 1098, साइबर हेल्पलाइन 1930, अग्निशमन सेवा 101, आपातकालीन पुलिस सेवा 112 और 1076 शामिल है। यह अभियान 24 दिसंबर तक चलने वाला है।
मिशन शक्ति 5.0 के अन्तर्गत प्रदेश के कई जिलों में सक्रिय रूप से जागरूक अभियान चलाये जा रहे हैं। हेल्पलाइन सेवाओं, साइबर मॉनिटरिंग और डिजिटल ट्रैकिंग के माध्यम से सोशल मीडिया से जुड़े अपराधों, ऑनलाइन उत्पीड़न और फर्जी प्रोफाइल के विरुद्ध कार्रवाई की प्रक्रिया को और अधिक मजबूत बनाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी नीति के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक नया मॉडल स्थापित किया है।

