माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल समस्या होती हैं: डॉ विनय गोयल

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माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल समस्या होती हैं: डॉ विनय गोयल


माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल समस्या होती हैं: डॉ विनय गोयल






















- होटल क्लार्क इन में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मुरादाबाद की एनुअल सीएमई ''''मंथन'''' सम्पन्न

मुरादाबाद, 10 मार्च (हि.स.)। माइग्रेन सिरदर्द का एक प्रकार होता है जिसे आमतौर पर सिर के एक तरफ महसूस किया जाता है। यह धुकधुकी जैसे दर्द की तरह महसूस होता है। यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या होती है जो कई अन्य लक्षणों जैसे मतली, सुन्नता, दृष्टि में कमी, थकान, दृष्टि का अस्थायी नुकसान, भ्रम को उत्पन्न कर सकती है। यह बातें मेदांता गुड़गांव में न्यूरोफिजिशियन व दिल्ली एम्स के एक्स प्रोफेसर डॉ. विनय गोयल ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मुरादाबाद की एनुअल सीएमई ''''मंथन'''' में बतौर मुख्य अतिथि ने कहीं।

मुरादाबाद के रामपुर रोड स्थित होटल क्लार्क इन में आयोजित एनुअल सीएमई में डॉ विनय गोयल ने आगे बताया कि लोग आम तौर पर माइग्रेन को लेकर भ्रमित रहते हैं और इसे एक आम सिर दर्द की तरह मान लेते हैं, लेकिन माइग्रेन के प्रभाव सिर्फ एक साधारण सिर दर्द से बहुत बहुत अधिक होता है।

डॉ विनय गोयल ने कहा कि सामान्यतः माइग्रेन के चार चरण होते हैं जिनमें विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं। प्रोड्रोम- माइग्रेन का एक प्रारंभिक चरण होता है। इसमें आपको माइग्रेन की शुरुआत से पहले एक चेतावनी संकेत देते हैं। - इसे क्लासिक माइग्रेन भी कहते है, जो एक प्रकार का माइग्रेन है जिसमें दर्द से पहले या दर्द के दौरान प्रकट हो सकता है। आम तौर पर, यह कुछ चेतावनी संकेतों के साथ आता है जो आपको एक माइग्रेन दर्द के बारे में संकेत देती है। इस तरह के मामले में, माइग्रेन के लक्षण धीरे-धीरे बढ़ने लगते हैं और लगभग एक घंटे तक रह सकते हैं।

अटैक या दौरा- यदि माइग्रेन के शुरुआती लक्षण को नजरअंदाज कर दिया जाए और उसका समय पर उपचार न किया जाए, तो एक माइग्रेन अटैक या दौरा चार घंटे से लेकर बहत्तर घंटे तक रह सकता है। माइग्रेन हमलों की संख्या हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकती है और एक माह में कई बार माइग्रेन अटैक या दौरा व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। पोस्ट-ड्रोम- यह एक ऐसी स्थिति है जो माइग्रेन हमले के बाद प्रारंभ होती है। पोस्ट-ड्रोम के कारण आपको पूरे दिन के थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है। कुछ मामलों में, सिर को हिलाने से भी माइग्रेन दर्द फिर से उठ सकता है।

एनुएल सीएमई में गेस्ट आफ आनर के रूप में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कुलदीप सिंह व यूपीआईएमए जोन-1 की उपाध्यक्ष डॉ बबीता गुप्ता रहीं। अध्यक्षता आईएमए मुरादाबाद के अध्यक्ष डॉ रवि गंगल ने की, संचालन सचिव डॉ श्रुति खन्ना व आभार कोषाध्यक्ष डॉ अनंत राणा ने व्यक्त किया।

इस मौके पर सीएमई के आर्गानाईजिंग चेयरमैन डॉ राजेश रस्तोगी, सचिव डॉ मोनित अग्रवाल, चीफ एडिटर डॉ आशीष पुरी, को-एडीटर डॉ रघु प्रकाश आदि रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/बृजनंदन

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