छात्रों में राष्ट्र प्रेम की भावना का विकास कर रही है दूरस्थ शिक्षा : प्रो. बंश गोपाल सिंह
प्रयागराज, 02 नवम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की स्थापना के 25वीं वर्षगांठ पर बृहस्पतिवार को अटल प्रेक्षागृह में रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय बिलासपुर छत्तीसगढ़ के कुलपति प्रो. बंश गोपाल सिंह ने कहा कि शिक्षा से वंचित वर्ग के लिए दूरस्थ शिक्षा अहम भूमिका निभा रही है। दूरस्थ शिक्षा छात्रों में राष्ट्र प्रेम की भावना तथा कौशल का विकास कर रही है।
पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ नरेंद्र कुमार सिंह गौर ने कहा कि शिक्षा के विस्तार के साथ ही गुणात्मक शिक्षा होनी चाहिए। शिक्षा केवल विषय को पढ़ाने के लिए नहीं वरन शिक्षार्थियों के अंदर राष्ट्रवाद का संचार भी होना चाहिए। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया की पूर्व कुलपति प्रो. कल्पलता पांडेय ने कहा कि आज पूरे विश्व को आवश्यकता है कि दूरस्थ शिक्षा को बढ़ावा दिया जाए। भारत देश में ऐसी शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता है जिससे शिक्षा सबके द्वार तक पहुंचे। दूरस्थ शिक्षा यह कार्य बखूबी कर रही है।
अध्यक्षता करते हुए मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रों और शिक्षकों के लिए यह अवसर उन्नत शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में नवाचार और समृद्धि की ओर एक महत्वपूर्ण कदम होगा। आज यह विश्वविद्यालय 25 वर्षों की उपलब्धियां के साथ 26 वर्ष में प्रवेश कर रहा है। यह विश्वविद्यालय की स्थापना के उद्देश्यों के अनुकूल देश की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन का सुअवसर भी है। कुलपति ने कहा कि हमारा उद्देश्य यही है कि यह विश्वविद्यालय ऐसी युवा शक्तियों का निर्माण कर सके जो समतापरक और प्रबुद्ध मानव समाज के प्रति समर्पित हो। साथ ही देश की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा की गौरव गरिमा को आगे बढ़ाने में अपनी सुयोग्य भूमिका का निर्वाह करें।
इस अवसर पर अतिथियों ने शिक्षार्थी सूचना प्रबंधन प्रणाली एल आई एम एस का उद्घाटन किया। इससे शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक वृद्धि होगी। अतिथियों ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रोफेसर श्रुति एवं डॉ गौरव संकल्प द्वारा संपादित पुस्तक डाइमेंशन्स ट्रेंड्स एंड चैलेंजेस तथा डॉ आनंदानंद त्रिपाठी एवं डॉ त्रिविक्रम तिवारी द्वारा सम्पादित पुस्तक ई गवर्नेंस एंड डिलीवरी ऑफ पब्लिक सर्विसेज इन इंडिया का विमोचन किया। समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों एवं कर्मचारियों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम निदेशक प्रोफेसर पीपी दुबे रहे तथा समारोह का संचालन प्रो. श्रुति और डॉ देवेश रंजन त्रिपाठी ने किया। धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने किया। हिंदुस्तानी अकादमी के सहयोग से आयोजित सांस्कृतिक संध्या में मिर्जापुर की लोक गायिका श्रीमती उर्मिला श्रीवास्तव एवं दल द्वारा प्रस्तुत कजरी और महोबा के जितेन्द्र कुमार चौरसिया एवं दल द्वारा आल्हा गायन समारोह के आकर्षण का केन्द्र बिन्दु रहा। इसके साथ ही ब्रज संस्कृति पर आधारित नृत्य एवं गायन और अवधि संस्कृति मैं बिरहा गायन का लोगों ने खूब आनंद उठाया। समारोह का सीधा प्रसारण विश्वविद्यालय के यूट्यूब चैनल से प्रसारित किया गया। इस अवसर पर शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी अपने पूर्व सहयोगियों से मिलकर काफी आनंदित हुए।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण
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