यूपी बोर्ड: उप्र की सूची में रायबरेली की बालिकाएं, डॉक्टर बनना चाहती है कशिश

यूपी बोर्ड: उप्र की सूची में रायबरेली की बालिकाएं, डॉक्टर बनना चाहती है कशिश
WhatsApp Channel Join Now
यूपी बोर्ड: उप्र की सूची में रायबरेली की बालिकाएं, डॉक्टर बनना चाहती है कशिश


यूपी बोर्ड: उप्र की सूची में रायबरेली की बालिकाएं, डॉक्टर बनना चाहती है कशिश


रायबरेली,20अप्रैल(हि.स.)। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा में रायबरेली की बालिकाओं ने प्रदेश की सूची में अपनी जगह बनाई है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा में लगातार अपना परचम लहराने वाले विद्यालय न्यू आदर्श इंटरमीडिएट कॉलेज की छात्रा कशिश यादव ने घोषित परिणाम में तीसरी रैंक हासिल की है, वहीं पर शांति मनोहर बालिका इंटर कॉलेज की छात्रा वैष्णवी तिवारी ने आठवीं रैंक हासिल कर विद्यालय का नाम रोशन किया है।

कशिश यादव को इंटरमीडिएट में 97.4 प्रतिशत अंक मिले तो वहीं पर वैष्णवी तिवारी को 96.4 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए। कशिश यादव ने हाई स्कूल में भी प्रदेश की सूची में अपना नाम रोशन किया था और सातवीं रैंक हासिल की थी।

प्रदेश सूची में अपना नाम आने के बाद कशिश यादव ने कहा कि यह उनके गुरुजनों एवं माता-पिता का आशीर्वाद है। पिता विद्यालय में ही प्रधानाचार्य हैं, वहीं पर वैष्णवी तिवारी के पिता ठेकेदारी का काम करते हैं। कशिश यादव की मां गृहणी है जबकि वैष्णवी तिवारी की मां आंगनबाड़ी कार्यकत्री हैं।

न्यू आदर्श इंटरमीडिएट कॉलेज के इंटरमीडिएट की छात्रा सौम्या यादव ने 95 प्रतिशत एवं उपेंद्र यादव ने 94 प्रतिशत अंक पाकर जिले की टॉप टेन सूची में अपनी जगह बनाई है। इसी विद्यालय की शालिनी को 94, सोनाली को 93, राज को 93, मनीबानो को 93, अंश 93, रोली 93, तथा काव्यांश 92 प्रतिशत अंक हासिल किया है, वहीं हाई स्कूल में अभिनव को 95, शुभांगी को 94, सुभांश को 94, अविरल मयंक 94, रविकेत पाठक 94, उत्कर्ष 94, श्रेयांश 93, उम्मे हबीबा को 92, शिखर को 92 एवं अनुप्रिया को 91 प्रतिशत अंक मिले हैं।

डॉक्टर बनना चाहती है टॉपर्स

न्यू आदर्श इंटरमीडिएट की छात्रा कशिश यादव ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में प्रदेश में तीसरी रैंक हासिल कर खुशी से गदगद हैं। उनका कहना है कि भविष्य में वह डॉक्टर बनना चाहती हैं, इसके लिए वह पूरी मेहनत करने को तैयार है।

बाबा किशोरी लाल यादव को अपनी सफलता का श्रेय देते हुए उन्होंने कहा की पढ़ाई में उनका पूरा आशीर्वाद मिलता रहा है। मां रीता देवी पेसे से गृहणी हैं, लेकिन बेटी को पढ़ाने के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं। पिता इसी विद्यालय में प्रधानाचार्य हैं, वही वैष्णवी तिवारी भी आगे चलकर डॉक्टर बनना चाहती है।

हिन्दुस्थान समाचार/रजनीश/राजेश

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story