बरेली: इज्तिमाई दुआ को लेकर इस्लामिया ग्राउंड में 17 नवम्बर को : मौलाना
बरेली, 06 नवम्बर (हि.स.)। दिल्ली में मुस्लिम महापंचायत की रोक के बाद आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने जनपद के इस्लामिया ग्राउंड का रुख़ किया। 17 नवम्बर को इज्तिमाई दुआ को लेकर आईएमसी कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है।
इसी सिलसिले को लेकर मौलाना तौक़ीर रज़ा खां ने दरगाह आला हजरत में सोमवार को प्रेस वार्ता आयोजित की। मौलाना ने सबसे पहले दीपावली की मुबारकबाद पेश करते हुए कहा कि कई रोज से कुछ बेचैनी और तकलीफ है। इसको लेकर हम आवाम को बताना चाहते हैं, लेकिन देश में खुशी के मौके पर गमज़दा बात करना ठीक नहीं।
फिर मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि इजरायलियों द्वारा फिलिस्तीन में मारे गए निर्दोष लोगों के भयानक दृश्य देख हर किसी की रूह कांप जाती है। जिस तरह बेगुनाह बच्चे और औरतें मारे गए। यह फिलिस्तीन का मामला नहीं बल्कि इंसानियत का मामला है। मानवता में जो लोग भी विश्वास रखते हैं वो लोग इस्लामिया के मैदान पर 17 नवम्बर को जमा होंगे। मौलाना नें ख्वातीन (महिलाओं ) से गुजारिश की है कि वो घर में रहकर कुरान की तिलावत करें।
मौलाना ने भाजपा कसा तंज
आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने भाजपा सरकार पर तंज करते हुए कहा कि हमने दिल्ली के रामलीला मैदान में मुस्लिम महापंचायत को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया था, लेकिन भाजपा ने उस पर रोक लगा दी। कहा गया कि मौलाना के कार्यक्रम से साम्प्रदायिकता पर असर पडे़गा। मौलाना ने कहा भाजपा को डर था कहीं मौलाना भीड़ न जुटा लें, जिसकी वजह से कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया। जबकि भाजपा ने मुस्लिम पसमांदा को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया, तब भाजपा को उस समय सांप्रदायिकता का खतरा नहीं लगा। उन्होंने कहा कि भाजपा दोहरी नीति और दोहरी पॉलिसी लेकर चलती है।आईएमसी प्रमुख ने कहा कि हाईकोर्ट से दरखास्त की गई है दोबारा त्योहार के बाद परमिशन मिलेगी।
प्रधानमंत्री को लेकर बोले मौलाना
मौलाना तौकीर रज़ा खां ने कहा तीसरे विश्व युद्ध का अंदेशा बना हुआ है। फिलिस्तीन में 10 साल में डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को मार दिया गया। युद्ध बंदी की बैठक में प्रधानमंत्री का न जाना इस बात की तरफ इशारा करता है कि प्रधानमंत्री शांति व्यवस्था में विश्वास नहीं रखते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/देशदीपक/विद्याकांत
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