माता मूर्ति उत्सव: श्री उद्धव जी व आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी का समारोहपूर्वक आगमन
गोपेश्वर, 15 सितम्बर (हि.स.)। श्री बदरीनाथ धाम में भाद्रपद बामन द्वादशी के अवसर पर रविवार को माता मूर्ति उत्सव उल्लासपूर्वक मनाया गया। लगातार दो-तीन दिनाें की बारिश के बाद रविवार को श्री बदरीनाथ धाम में मौसम साफ रहा तथा धूप खिली रही। हजारों की संख्या में श्रद्धालु माता मूर्ति मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचे, साथ ही त्रियुगीनारायण मंदिर में भी बामन द्वादशी महोत्सव की शुरुआत हो गई है।
रविवार प्रातः बदरीनाथ मंदिर में बाल भोग के बाद पूर्वाह्न 10 बजे गढ़वाल राइफल्स के बैंड, ढोल -नगाड़ों की धुनों और जय बदरीविशाल के उद्घोष के साथ भगवान बदरीविशाल के प्रतिनिधि श्री उद्धव जी और आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी काे माता मूर्ति मंदिर के लिए रवाना किया गया। इस समाराेह में देव डोलियों के साथ बदरीनाथ धाम के रावल अमरनाथ नंबूदरी, पूर्व रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, बीकेटीसी उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सदस्य भास्कर डिमरी, मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल सहित आईटीबीपी के अधिकारी एवं जवान भी शामिल हुए।
माता मूर्ति मंदिर पहुंच कर श्री उद्धव जी ने माता मूर्ति की कुशलक्षेम पूछी और भगवान बदरीविशाल की कुशलता से अवगत कराया। इसके बाद रावल, धर्माधिकारी, वेदपाठियों तथा माता मूर्ति के पुजारी सुशील डिमरी ने अभिषेक पूजा-अर्चना संपन्न करवायी।
अपराह्न तीन बजे श्री उद्धव जी की देव डोली और आदिगुरु शंकराचार्य जी की गद्दी वापस श्री बदरीनाथ धाम पहुंची। श्री उद्धव जी बदरीश पंचायत में विराजमान हो गये और आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी मंदिर परिसर में विराजमान हो गयी। इस दौरान प्रातः दस बजे दिन के बाद शायं तीन बजे तक श्री बदरीनाथ मंदिर बंद रहा।
देव डोलियों के लाैटने के बाद मंदिर काे फिर से श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिया गया।
हिन्दुस्थान समाचार / जगदीश पोखरियाल
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