गोरखपुर में गूंजा हिंदू एकता का शंखनाद : 'पंच परिवर्तन' से होगा समर्थ भारत का निर्माण
गोरखपुर, 21 दिसंबर (हि.स.)। शाहपुर स्थित सेंट्रल एकेडमी स्कूल के प्रांगण में आयोजित 'विराट हिंदू सम्मेलन' ने एक नया इतिहास रच दिया। सम्मेलन में उमड़े हजारों की संख्या के जनसमूह ने हिंदू एकता और सामाजिक उत्थान के संकल्प को दोहराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रबुद्ध समाजसेवी प्रभा शंकर पाठक ने की।
व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण की ओर
सह प्रांत प्रचारक सुरजीत ने अपने ओजस्वी वक्तव्य में समाज के सम्मुख 'पंच परिवर्तन' का रोडमैप रखा। उन्होंने कहा कि हमें केवल धर्म की जय नहीं बोलनी है, बल्कि धर्म को आचरण में उतारना होगा। सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी का आग्रह और नागरिक कर्तव्य—ये पाँच स्तंभ ही हिंदू समाज और भारत को विश्व गुरु की गद्दी पर पुनः आसीन करेंगे।
आध्यात्मिक और मातृशक्ति का संगम दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के स्वामी अर्जुनानंद जी ने संत समाज का प्रतिनिधित्व करते हुए कहा कि आध्यात्मिक जागृति ही समाज की समस्त बुराइयों का अंत है। वहीं, संगीता पाण्डेय ने मातृशक्ति का आह्वान करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को संस्कारों से ओत-प्रोत करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
व्यवस्था और गरिमामयी उपस्थिति आयोजन समिति के अध्यक्ष एवं स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत संयोजक धीरज राय, सह जिला कार्यवाह राजेश सिंह और कोषाध्यक्ष कमलाकांत पटेल के नेतृत्व में आयोजित इस सम्मेलन में अनुशासन की अनुपम मिसाल देखने को मिली।
इस अवसर पर अंशुमान मिश्रा, डॉ. हरिशचंद्र, लालजी वर्मा, निर्भय वर्मा, भरत चौहान सहित समाज के विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य जन, बुद्धिजीवी और हजारों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनसमूह ने स्वदेशी और सामाजिक एकता की शपथ ली।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय

