मंदाकिनी की स्वच्छता को आगे आये आचार्य रामचंद्र दास महाराज

मंदाकिनी की स्वच्छता को आगे आये आचार्य रामचंद्र दास महाराज
WhatsApp Channel Join Now
मंदाकिनी की स्वच्छता को आगे आये आचार्य रामचंद्र दास महाराज


-जगदगुरू के आदेश पर शिष्यों के साथ की मंदाकिनी की सफाई

चित्रकूट, 05 अप्रैल (हि.स.)। प्रभु श्रीराम के संघर्ष, साधना एवं संकल्प की साक्षी तथा श्रीसीताराम की बिहार भूमि को सिंचित करने वाली मंदाकिनी नदी की प्रदूषित स्थिति से जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज अत्यंत व्यथित हैं। उनका मानना है कि मंदाकिनी नदी अपने पौराणिक महत्व को धारण करते हुए, नारी संकल्प का प्रतीक होते हुए, चित्रकूट धाम की जीवन रेखा भी है। उन्होंने अपने उत्तराधिकारी आचार्य रामचन्द्र दास महाराज को निर्देश दिया है कि कम से कम श्री तुलसी पीठ से संलग्न क्षेत्रों में मंदाकिनी की सफाई की जिम्मेदारी उनको उठाना है।

गुरु के आदेश को शिरोधार्य रखते हुए आचार्य रामचन्द्र दास जी महाराज के नेतृत्व में शिष्यों तथा परिकरों ने शुक्रवार को स्वच्छता अभियान चलाया। इन धर्म योद्धाओं ने ठोस अपशिष्ट को नदी से बाहर निकालने के साथ ही तट की भी सफाई की। साथ ही साथ उन लोगों ने छोटे तटबंध बनाकर प्रवाह में आ रहे ठोस अपशिष्ट को अवरुद्ध करने का भी प्रबंध किया।

इस दौरान आचार्य रामचन्द्र दास जी महाराज ने मंदाकिनी नदी के पौराणिक महत्व पर चर्चा करते हुए रामचरित मानस का उद्धरण दिया, 'रामकथा मंदाकिनी चित्रकूट चित चारु। तुलसी सुभग सनेह बन सिय रघुबीर बिहरु'। उन्होंने बताया कि चित्रकूट संतों को पालने वाली माँ है तो मंदाकिनी चित्रकूट को पालने वाली माँ है। इसलिए मंदाकिनी की स्वच्छता रामानन्द मिशन का सबसे प्रमुख संकल्प होना चाहिए। उनकी प्रेरणा से तीर्थयात्रियों ने भी प्रसन्नतापूर्वक अभियान में सहभागिता की। सभी ने मंदाकिनी की निरन्तरसेवाका संकल्प लिया।

इस अभियान में जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. शिशिर पाण्डेय के नेतृत्व में शिक्षकों तथा कर्मचारियों ने भी सहभागिता की। प्रो. पाण्डेय ने कहा कि पूज्य जगद्गुरु की प्रत्येक इच्छा हमारे लिए ईश्वरीय प्रेरणा की तरह है। उनके साथ पूज्य जगद्गुरु के शिष्य आचार्य हिमांशु त्रिपाठी, मदन मोहन, वरुण, रमन, विश्वम्भर, गोविन्द इत्यादि सहभागी रहे।

हिन्दुस्थान समाचार /रतन/राजेश

हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्‍वाइन करने के लि‍ये  यहां क्‍लि‍क करें, साथ ही लेटेस्‍ट हि‍न्‍दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लि‍ये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लि‍ये  यहां क्लिक करें।

Share this story