महादेवा कॉरिडोर के लिए अधिग्रहण किए गए भवनों का ध्वस्तीकरण शुरू
बाराबंकी, 22 अगस्त (हि सं)। महादेवा कॉरिडोर के लिए अधिग्रहण किए गए भवनों का गुरुवार को ध्वस्तीकरण करण शुरू हो गया। प्रशासन ने खाली पड़े मकानों पर बुलडोजर चलाया है। बाकी रह रहे लोगों को मकान खाली करने के लिए कहा गया है। महादेवा कॉरिडोर के निर्माण के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गम्भीर है।
पिछले साल जब वे महादेवा आए थे तो मंदिर में जलाभिषेक के दौरान काशी की तर्ज पर कॉरिडोर निर्माण की घोषणा की थी। उनकी घोषणा के बाद से ही प्रशासनिक अधिकारी एलर्ट हुए और भूमि अधिग्रहण की दिशा में काम शुरु किया। महादेवा कॉरिडोर निर्माण में आ रहे 27 मकान दुकान चिन्हित किए गए थे। मूल्यांकन के बाद भवन स्वामियों को सर्किल रेट से दोगुना मुआवजा दिया गया है। इसके लिए प्रशासन ने 48 करोड़ रुपये से चिन्हित भावनों रजिस्ट्री कराई है। रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी होने के बाद पर्यटन विभाग ने ध्वस्तीकरण का काम शुरू कर दिया है।
गुरुवार को बुलडोजर के साथ पहुंची पर्यटन विभाग की टीम ने खाली पड़े मकानों पर बुलडोजर चलाया। ध्वस्तीकरण के पहले दिन चार खाली पड़े मकानों को तोड़ा गया है। अन्य मकानों में रह रहे लोगों से राजस्व प्रशासन की टीम ने मकान खाली करने के निर्देश दिए हैं।
अब सड़क निर्माण में आ रहे मकानों दुकानों पर बनेगी सहमति :
अब मंदिर के सामने सड़क भी चौड़ी होगी जिसके लिए जिनकी जमीने है उनकी सहमति पत्र लेने के बाद रजिस्ट्री होगी व निर्धारित मुआवजा मी मिलेगा। इसके बाद सड़क के किनारे बनी दुकान व मकान गिरेंगे, जिससे सड़क चौड़ी होगी। एसडीएम ने लेखपाल से प्रभावित लोगो से सहमति पत्र लेने को कहा है। ताकि कार्य जल्द शुरु हो सके। एसडीएम पवन कुमार ने बताया कि रजिस्ट्री प्रक्रिया के दौरान ही भवन स्वामियों से सहमति पत्र लिया गया था। कॉरिडोर के दायरे में आने वाले सभी मकानों व दुकान मालिकों को मुआवजा दिया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज कुमार चतुवेर्दी / विद्याकांत मिश्र
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