लखनऊ से दुधवा-कतर्नियाघाट-गौरीफंटा तक बस सेवा शुरू होने से इको टूरिज्म को नई रफ्तार
लखनऊ, 26 दिसंबर (हि.स.)। दुधवा नेशनल पार्क और आसपास के क्षेत्रों में प्रकृति-आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लखनऊ के कैसरबाग बस अड्डा से चलने वाली विशेष एसी 2x2 बस सेवा को अब दुधवा से आगे गौरीफंटा तक विस्तारित कर दिया गया है। पहले यह बस सेवा केवल दुधवा तक सीमित थी, जो मुख्यतः प्रकृृति और वन्य जीव प्रेमियों के लिए चलाई जाती थी। पर्यटकों की बढ़ती मांग और बेहतर कनेक्टिविटी की आवश्यकता को देखते हुए अब इसे अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित गौरीफंटा तक चलाया जाएगा।
नई व्यवस्था के तहत, यह बस सुबह 8:00 बजे कैसरबाग से रवाना होकर अपराह्न 2:00 बजे गौरीफंटा पहुंचेगी। वापसी में बस 2:30 बजे गौरीफंटा से चलकर 3:00 बजे दुधवा पहुंचेगी और फिर 3:30 बजे दुधवा से लखनऊ लौटते हुए रात 9:00 बजे कैसरबाग पहुंचेगी। इसके साथ ही लखनऊ से दुधवा का किराया 487 तथा लखनऊ से गौरीफंटा तक 536 रुपये तय किया गया है। इस नई सेवा से दुधवा, कतर्नियाघाट और गौरीफंटा के जंगलों में आने वाले प्रकृति प्रेमियों को बेहतर सुविधा मिलेगी।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि बस सेवा के विस्तार से अब पर्यटक न केवल दुधवा के जंगल और दलदली इलाकों को देख पाएंगे, बल्कि दुधवा से लगभग 20 किलोमीटर आगे स्थित गौरीफंटा और उससे जुड़े प्राकृतिक इलाकों का अनुभव भी कर सकेंगे। यह प्रकृति प्रेमियों, शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।”
दुधवा–कतर्नियाघाट: वन्यजीव प्रेमियों का पसंदीदा गंतव्यदुधवा नेशनल पार्क बाघ, एक सींग वाले गैंडे, हाथी, बारहसिंघा, घड़ियाल और 450 से अधिक पक्षी प्रजातियों का सुरक्षित घर माना जाता है। यहाँ के घने साल जंगल, घास के मैदान और दलदली ज़ोन इसे भारत के सबसे समृद्ध प्राकृतिक आवासों में शामिल करते हैं।
कतर्नियाघाट वाइल्डलाइफ सेंचुरी- जो दुधवा रिज़र्व का ही हिस्सा है, अपनी अनोखी पारिस्थितिकी, नदियों, दलदली क्षेत्र और समृद्ध जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहां हाथी, बाघ, तेंदुए, दुर्लभ पक्षी और अन्य जीवों को देखने का अवसर पर्यटकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है।
हिन्दुस्थान समाचार / बृजनंदन

