शोध के क्षेत्र में नए विषयों की तलाश होनी चाहिए : डॉ. अंकित पाठक
प्रयागराज, 13 जून (हि.स.)। ईश्वर शरण पीजी कॉलेज के राजनीति विज्ञान सहायक प्रोफेसर डॉ. अंकित पाठक ने कहा कि शोध के क्षेत्र में परम्परागत विषयों से आगे बढ़कर नए विषयों की तलाश करनी चाहिए। यह बातें उन्होंने राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से रिसर्च डिजाइन पर चल रहे समर स्कूल में गुरुवार को कही।
उन्होंने सामाजिक विज्ञानों में मीडिया और सिनेमा के क्षेत्र में हो रहे शोध की विशेषताओं को उद्धृत किया। कहा कि मीडिया के माध्यम से राजनीति जन समुदाय की स्वीकृति ग्रहण करती है। जनता के बीच अपने प्रति सहमति का निर्माण मीडिया अपने विभिन्न घटकों के जरिए करती है।
बीसवीं सदी में फ्रैंक फर्ट स्कूल और उत्तर आधुनिक विद्वानों ने मीडिया और सिनेमा के क्षेत्र में शोध पर जोर दिया गया था। भारत में भी अस्सी के दशक से प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया समेत सिनेमा के क्षेत्र में हो रहे शोध की ओर भी डॉ. पाठक ने प्रकाश डाला। उन्होंने शोधार्थियों को अपने शोधकार्य के लेखन के दौरान फुटनोट्स लेने, संदर्भ देने, अध्यायीकरण करने और सिद्धांत निर्माण की ओर जाने सम्बंधी सुझाव दिए।
इस दौरान राजनीति विज्ञान के समन्यवक डॉ. शिवहर्ष सिंह ने शोधार्थियों के शोध प्रगति की समीक्षा की। कई शोधार्थियों को उनके अध्यायों में जरूरी सुधार सम्बंधी सुझाव भी दिए। इस अवसर पर राजनीति विज्ञान के शोधार्थी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/मोहित
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