लोस चुनाव : उप्र सातवें चरण में सपा अपने खाते की नौ सीटों पर दूसरे-तीसरे नंबर की पार्टी

लोस चुनाव : उप्र सातवें चरण में सपा अपने खाते की नौ सीटों पर दूसरे-तीसरे नंबर की पार्टी
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लोस चुनाव : उप्र सातवें चरण में सपा अपने खाते की नौ सीटों पर दूसरे-तीसरे नंबर की पार्टी


लखनऊ, 27 मई (हि.स.)। उप्र में सातवें व आखिरी चरण के चुनाव में 13 सीटों पर मतदान होगा। पिछले चुनाव में इस चरण की 8 सीटों पर सपा ने अपने प्रत्याशी उतारे थे। सभी सीटों से उसे निराशा ही हाथ लगी। तब के चुनाव में सपा-बसपा का गठबंधन था। बता दें, 2019 के चुनाव में 13 में से 9 भाजपा और 2-2 सीटें अपना दल सोनेलाल और बसपा ने जीत का परचम फहराया था।

सपा-कांग्रेस का गठबंधन

2024 के आम चुनाव में इंडी गठबंधन में कांग्रेस-सपा शामिल है। गठबंधन के सीट बंटवारे में सपा 63 और कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इस चरण की 9 सीटों पर सपा और चार पर कांग्रेस चुनाव लड़ रही है। सपा के खाते में गोरखपुर, कुशीनगर, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, मीरजापुर और राबर्टसगंज (सु0) सीट आई हैं। शेष चार सीटें महाराजगंज, बांसगांव (सु0), देवरिया और वाराणसी कांग्रेस के पास हैं। इस चुनाव में बसपा अकेले मैदान में हैं।

2019 के चुनाव में सपा इन सीटों पर लड़ी

पिछले चुनाव में सपा ने 8 और बसपा ने 5 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। सपा जीरो पर बोल्ड हुई और बसपा दो सीटें जीतने में कामयाब रही। 2019 में सपा ने महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, बलिया, चंदौली, वाराणसी, मीरजापुर और राबर्टसगंज (सु0) सीट पर प्रत्याशी उतारे थे। शेष पांच सीटों देवरिया, बांसगावं, घोसी, गाजीपुर और सलेमपुर पर बसपा के उम्मीदवार मैदान में थे। बसपा ने घोसी और गाजीपुर दो सीटें जीती थी।

सपा का 9 सीटों पर प्रदर्शन

18वीं लोकसभा चुनाव में सपा के खाते में जो सीटें आई हैं, उन पर उसका पिछला प्रदर्शन औसत ही रहा है। ज्यादातर सीटों पर वो दूसरे और तीसरे नंबर की पार्टी रही है। दो-तीन सीटों पर उसका ट्रैक रिकार्ड बेहतर रहा है। पिछले 10 वर्षों में इन सीटों पर भाजपा और एनडीए की स्थिति मजबूत हुई है।

गोरखपुर

गोरखपुर सीट भाजपा का मजबूत किला मानी जाती है। इस सीट पर सिर्फ 1 बार 2018 के उपचुनाव में सपा को सफलता मिली। इस सीट पर 1991 से लगातार भाजपा काबिज है। पिछले तीन दशकों में सपा यहां दूसरे और तीसरे नंबर की पार्टी रही है। 1996, 98, 99 और 2004 के चुनाव में सपा दूसरे नंबर पर रही। 2009 में सपा तीसरे स्थान पर लुढ़क गई। 2014 के चुनाव में सपा प्रत्याशी राममती निषाद और 2019 में रामभुआल निषाद दूसरे नंबर पर रहे।

कुशीनगर

2009 के आम चुनाव में कुशीनगर सीट अस्तित्व मे आई। इस सीट पर अब तक हुए तीन चुनाव में एक बार कांग्रेस और दो बार भाजपा ने जीत दर्ज की। 2009 में सपा के ब्रह्मशंकर त्रिपाठी और 2014 में राधे श्याम सिंह चौथे स्थान पर रहे। 2019 में सपा-बसपा गठबंधन में ये सीट सपा के खाते में थी। गठबंधन के संयुक्त प्रत्यशी सपा के नथुनी प्रसाद कुशवाहा दूसरे स्थान पर रहे।

घोसी

घोसी सीट अब तक सिर्फ एक बार सपा ने जीती है। 2004 में सपा के चंद्रदेव प्रसाद राजभर यहां से जीते। 2009 में सपा प्रत्याशी अरशद जमाल अंसारी दूसरे और 2014 में राजीव कुमार राय तीसरे नंबर पर रहे। 2019 में सपा-बसपा गठबंधन था। ये सीट बसपा के खाते में थी। बसपा के अतुल कुमार सिंह यहां से जीते थे।

सलेमपुर

2004 के आम चुनाव में सपा के हरि केवल प्रसाद ने इस सीट पर सपा का खाता खोला था। 2009 में सपा के हरिकेवल तीसरे और 2014 के चुनाव में हरिबंश सहाय तीसरे नंबर पर रहे। पिछले चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन में ये सीट बसपा के खाते में थी। बसपा प्रत्याशी दूसरे स्थान पर रहा।

बलिया

2009 में सपा के नीरज शेखर यहां से जीते। 2014 में सपा प्रत्याशी नीरज शेखर और 2019 में सनातन पाण्डेय दूसरे स्थान पर रहे। पिछले दस साल से इस सीट पर भाजपा का कब्जा है।

गाजीपुर

2019 के चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन में ये सीट बसपा के खाते में थी। बसपा के अफजाल अंसारी यहां से जीते। 2014 में भाजपा के मनोज सिन्हा ने यहां कमल खिलाया था। इस चुनाव में सपा प्रत्याशी शिवकन्या कुशवाहा दूसरे नंबर पर रही। 2009 में सपा के राधेमोहन सिंह यहां से जीते थे।

चंदौली

चंदौली सीट पर पिछले दस साल से भाजपा काबिज है। 2009 में सपा के रामकिशुन यादव यहां मात्र 459 वोटों के अंतर से जीते थे। 2014 में सपा के रामकिशुन तीसरे और 2019 में संजय सिंह चौहान दूसरे स्थान पर रहे। 2019 में सपा-बसपा का गठबंधन था।

मीरजापुर

2009 में सपा के बाल कुमार पटेल मीरजापुर से जीते थे। पिछले दस साल से एनडीए में शामिल अपना दल सोनेलाल का इस सीट पर कब्जा है। 2014 में अपना दल सोनेलाल प्रमुख अनुप्रिया पटेल ने विजय हासिल की। इस चुनाव में सपा प्रत्याशी सुरेन्द्र सिंह चौथे स्थान पर रहे। 2019 में मोदी सरकार की मंत्री अनुप्रिया पटेल यहां से जीती। सपा के रामचरित्र निषाद दूसरे स्थान पर रहे।

राबर्टसगंज (सु0)

2009 में सपा की टिकट पर पकौड़ी लाल कोल यहां से जीते। 2014 में भाजपा के छोटे लाल ने ये सीट जीती। इस चुनाव में सपा प्रत्याशी पकौड़ी लाल कोल तीसरे नंबर रहे। 2019 के चुनाव में अपना दल के पकौड़ी लाल कोल विजयी रहे। सपा के भाई लाल दूसरे नबंर पर रहे। अपना दल सोनेलाल एनडीए का हिस्सा है।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ.आशीष वशिष्ठ/राजेश

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