काशी की तर्ज पर झांसी में भी होगी मां पहुंज नदी की महाआरती
27 अक्टूबर को शाम के 6 बजे होगा आयोजन
झांसी,25 अक्टूबर(हि. स.)। दुर्गा उत्सव महासमिति के तत्वावधान में 27 अक्टूबर को शाम 6:00 बजे काशी में होने वाली मां गंगा आरती के तर्ज पर ही मां पहुंज नदी की महाआरती होने जा रही है। इस आरती को संपन्न कराने काशी से ही विद्वान पंडित पधार रहे हैं। यह जानकारी दुर्गा उत्सव महासमिति के अध्यक्ष पुरुषोत्तम स्वामी, कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, महामंत्री विनोद अवस्थी एवं शोभायात्रा संयोजक पंडित पीयूष रावत ने संयुक्त रूप से दी।
स्टेशन रोड स्थित एक स्थानीय होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में कार्यक्रम के संरक्षक इंजीनियर रविकांत दवे कम्मू तिवारी, सीताराम यादव महेश सर्राफ मटका, मैथिली शरण मुदगिल, रोहित पांडे एवं गोकुल दुबे ने बताया गया कि दुर्गा उत्सव महासमिति की एक अनोखी पहल गंगा बचाओ- नदिया बचाओ अभियान के तहत होने वाले इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मंडल आयुक्त डॉ आदर्श सिंह एवं अध्यक्ष पुलिस उपमहानिरीक्षक जोगेंद्र सिंह होंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में जिलाधिकारी अवनीश कुमार, सदर विधायक रवि शर्मा, नगर आयुक्त पुलकित गर्ग , वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस एवं महापौर बिहारी लाल आर्य होंगे।
मां पहुंज नदी के घाट पर होने वाली महाआरती में सभी झांसी वासी सादर आमंत्रित हैं। कार्यक्रम के उद्देश्य से जुड़े सवाल पर पंडित पीयूष रावत ने बताया कि भारतीय संस्कृति में देने वाले को देवता कहा जाता है और उसकी पूजा-अर्चना की जाती है। जल हमें जीवन देता है। इसलिए जल की प्रमुख स्रोत नदियों को पवित्र मान कर उनकी पूजा-अर्चना की परंपरा सदियों से चली आ रही है। समस्त झांसी वासी से अपील है कि वह अधिक से अधिक संख्या में इस आरती में सम्मिलित होकर पुण्य लाभ अर्जित करें। बताया गया कि पहुंज नदी की उत्पत्ति झांसी के समीप मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ ज़िले की पहाड़ियों में होती है। इस नदी का प्राचीन नाम पुष्पावती है। यह मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की राज्य-सीमा पर बहती है। उत्तर प्रदेश के जालौन ज़िले में इसका विलय सिन्ध नदी में होता है, जो स्वयं आगे जाकर इटावा ज़िले में यमुना नदी में विलय होती है। पहुंज नदी भारत के उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश राज्यों में बहने वाली एक नदी है। यह सिन्ध नदी की एक उपनदी है, जो स्वयं यमुना नदी की उपनदी है। पहुंज नदी की लम्बाई लगभग 195 किमी है और झांसी के नगर से गुज़रती है।
इस अवसर पर अरविंद वशिष्ठ, अमित चिरवरिया, मुकेश अग्रवाल, आलोक चतुर्वेदी , राजेश विरथरे,रवीश त्रिपाठी, अतुल किल्पन, एडवोकेट ,सत्येंद्र पुरी गोस्वामी, पवन गुप्ता ,जयदीप खरे,एडवोकेट समीर तिवारी ,प्रभात शर्मा ,संजीव तिवारी ,अतुल मिश्रा ,एडवोकेट नरेंद्र अग्रवाल, विकास अवस्थी , प्रभारी डॉ. भूपेंद्र रायकवार, अतुल मिश्रा ,प्रभात शर्मा आदि उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश
/सियाराम
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