दुर्घटना-प्रवण क्षेत्रों में प्रकाश व संकेतक अनिवार्य : जिलाधिकारी
कानपुर, 10 दिसंबर (हि.स.)। कोहरे के दौरान दुर्घटना-प्रवण स्थानों पर प्रकाश व्यवस्था और संकेतकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है, जिससे जनहानि की आशंका कम हो और आवागमन सुरक्षित रहे। यह निर्देश बुधवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने एनएचएआई के अधिकारियों को दिए।
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने शीतकाल और कोहरे की स्थितियों को ध्यान में रखते हुए सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए है। इसी क्रम में तहसीलदार सदर विनय द्विवेदी ने नौबस्ता से कानपुर देहात सीमा तक एनएच-19 का जायजा लिया। इस दौरान पीएसआईटी कॉलेज के सामने, चकरपुर फल मंडी मोड़ और ओरिएंट रिसोर्ट के सामने वाले कट पर प्रकाश व्यवस्था पर्याप्त न मिलने और संकेतक न होने की स्थिति सामने आई, जो कोहरे के दौरान दुर्घटना की आशंका बढ़ा सकती है।
जिलाधिकारी के निर्देश पर परियोजना निदेशक एनएचएआई पंकज यादव ने मार्ग का जायजा कर अपनी रिपोर्ट दी है। उन्होंने चकरपुर मंडी क्षेत्र में सात दिनों के भीतर दो अतिरिक्त लाइट पोल लगाने और एजेंसी को साइनबोर्ड सहित स्थापना के निर्देश दिए हैं। पीएसआईटी कॉलेज साइड लेन पर लगभग डेढ़ किलोमीटर की लाइटिंग को पर्याप्त पाया गया है। विपरीत दिशा की मौजूदा लाइटें भी मानकों के अनुरूप मिलीं। साथ ही सेवलाइफ फाउंडेशन की सिफ़ारिश के अनुसार साइनबोर्ड, क्रैश बैरियर और हैज़र्ड मार्कर का कार्य मुख्य मार्ग तथा सर्विस रोड दोनों जगह पूरा हो चुका है।
ओरिएंट रिसोर्ट के पास प्रकाश व्यवस्था को नियमानुसार आवश्यक नहीं पाया गया, क्योंकि यह क्षेत्र न तो एलिवेटेड संरचना के अंतर्गत आता है और न ही घनी आबादी में स्थित है। यहां आसपास की सभी मीडियन ओपनिंग पहले ही बंद की जा चुकी हैं और यातायात सर्विस रोड से नियंत्रित किया जा रहा है। सुरक्षा दृष्टि से परियोजना निदेशक ने इस सप्ताह के भीतर सोलर ब्लिंकर और हैज़र्ड मार्कर लगाने के निर्देश दिए हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित कश्यप

