नेतृत्व समागम : विश्वविद्यालय और संगठन मिलकर शैक्षिक और अनुसंधान को बढ़ाएंगे आगे
-आठ समझौता ज्ञापनों पर हुए हस्ताक्षर, दिन पर चली परिचर्चा
लखनऊ, 17 फरवरी (हि.स.)। विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान और लखनऊ विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अखिल भारतीय संस्थागत नेतृत्व समागम के तीसरे और अंतिम दिन विश्वविद्यालयों और संगठनों के बीच आठ समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए, जो शैक्षिक और अनुसंधान प्रयासों को आगे बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस एमओयू के माध्यम से संगठन व विवि एक दूसरे के साथ मिलकर शोध व अन्य जनहितकारी कामों को करेंगे। लखनऊ विश्वविद्यालय और भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास का उद्देश्य सांस्कृतिक और शैक्षिक आदान-प्रदान को बढ़ाना, छात्रों और शिक्षकों के लिए एक गतिशील वातावरण को बढ़ावा के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर हुए। वहीं इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय, लखनऊ विश्वविद्यालय, और कॉन्कर टेक्नोलॉजी, हैदराबाद के बीच तकनीकी और अनुसंधान क्षमताओं को मजबूत करने वाले मैटलैब, सहयोगी आईओएस ऐप विकास की स्थापना पर केंद्रित एमओयू हुआ।
रसायन विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय और लाइफ एक्टिविस्ट प्राइवेट लिमिटेड के बीच भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए। यह सहयोग उद्योग-शैक्षणिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने, संकाय के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करने और इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। प्राथमिक लक्ष्य शैक्षणिक और अनुसंधान आउटपुट को बढ़ाना है। आईएमएस यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ और इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के बीच सहयोग में बुनियादी ढांचे के विकास, औद्योगिक दौरे और सदस्यता लाभ सहित विभिन्न पहलू शामिल हैं। इसका उद्देश्य शिक्षा जगत और उद्योग के बीच सहजीवी संबंध बनाना है।
वहीं इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्युटिकल साइंसेज, लखनऊ विश्वविद्यालय और जेडक्स पैरेंट्रल प्राइवेट लिमिटेड के बीच विकासात्मक अवसरों, ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण और शीतकालीन इंटर्नशिप पर केंद्रित इस सहयोग का उद्देश्य फार्मास्युटिकल विज्ञान में छात्रों के लिए अकादमिक शिक्षा और उद्योग के प्रदर्शन के बीच अंतर को पाटना है। बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ, और बाबा साहेब भीमराव विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर, बिहार समझौता हुआ। यह सहयोग संस्थागत आदान-प्रदान, अध्ययन और अनुसंधान के लिए स्नातकों और शोधकर्ताओं की स्वीकृति और समग्र सीखने के अनुभव को बढ़ाने के उद्देश्य से विनिमय कार्यक्रमों की सुविधा प्रदान करता है।
आत्मीय विश्वविद्यालय, राजकोट, और पंडित दीन दयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय, सीकर, राजस्थान के बीच भी समझौता हुआ। दोनों के बीच संस्थागत आदान-प्रदान, सम्मेलनों के आयोजन और क्रेडिट और गैर-क्रेडिट विवादास्पद कार्यक्रमों को साझा करने पर केंद्रित, इस साझेदारी का उद्देश्य सहयोगात्मक शिक्षण और अकादमिक विकास के लिए एक मंच तैयार करना है।
ये समझौता ज्ञापन न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए भाग लेने वाले संस्थानों की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, बल्कि छात्रों, शिक्षकों और शोधकर्ताओं के लिए अंतर-अनुशासनात्मक सहयोग में शामिल होने के रास्ते भी खोलते हैं। मालवीय हॉल में तकनीकी सत्र ने एक जीवंत और विश्व स्तर पर जुड़े शैक्षणिक समुदाय बनाने के लिए इन संस्थानों की सामूहिक दृष्टि को प्रदर्शित किया।
हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/बृजनंदन
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