लावरिसों के वारिस बनकर अज्ञात शवों का अंतिम सस्कार करेंगी संस्था
मैनपुरी,11 सितंबर (हि.स.)। ‘लावारिस’ शव शब्द सुनते ही मन में जो पहली तस्वीर आती है, उसके बारे में सोच कर ही मन बैचेन होने लगता है। लेकिन अब मैनपुरी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस फाउंडेशन लावारिस शवों की वारिस बनेगी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस नामक यह संस्था कई सालों से सामाजिक कार्य कर रही है। संस्था ने अब लावारिस शवाें का सनातन संस्कृति से अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया है, जैसे परिवार का कोई अपना करता हो। कोरोना काल में भी इस संस्था ने सेवा करके समाजसेवा की अनोखी मिसाल पेश की थी।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार से मुलाक़ात करते हुआ मांगपत्र सौंपा है। जिसमें कहा गया कि संस्था अब लावारिस शवों के वारिस बनकर सनातन संस्कृति से अंतिम संस्कार करना चाहती है। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने संस्था के कार्य की जहां सराहना की तो वहीं सामाजिक कार्य में पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन भी दिया।
मांगपत्र सौंपने वालों में मुख्य रूप से अध्यक्ष अवनीश शाक्य, अतुल सक्सेना, एड. नीतेश वर्मा, पुष्पेंद्र राजपूत, जीतू प्रजापति, शैलू राठौर, सृजन चौहान, आदित्य चौहान, गोविन्द दिवाकर, अवनीश मिश्रा, अनुभव सक्सेना, नरेंद्र यादव मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित सिंह
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