देश की प्रथम महिला वीरांगना थीं रानी लक्ष्मीबाई : डॉ. शशिकला सिंह
गोरखपुर, 22 नवम्बर (हि.स.)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) गोरखपुर महानगर ने बुधवार को महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर आधारित संगोष्ठी का अयोजन किया। दिग्विजय नाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित इस संगोष्ठी में रानी लक्ष्मीबाई को देश की प्रथम महिला वीरांगना बताया गया।
डीवीएन पीजी में रसायन विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ. शशिकला सिंह ने कहा कि देश की प्रथम महिला वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई ने स्वतंत्रता की लड़ाई में अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई वास्तविक अर्थ में आदर्श वीरांगना थीं। वह कभी आपत्तियों से नहीं घबराईं। कोई प्रलोभन उन्हें अपने कर्तव्य पालन से विमुख नहीं कर सका। अपने पवित्र उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वह सदैव आत्मविश्वास से भरी रहीं।
अभाविप गोरखपुर महानगर की छात्रा कार्य प्रमुख डॉ. रुक्मिणी चौधरी ने कहा कि, अभाविप द्वारा रानी लक्ष्मीबाई की जयंती को नारी शक्ति के रूप में मनाया जाना गौरवान्वित करने का वाला क्षण है। इनका नाम हमारे इतिहास के पन्नों में हमेशा अमर रहेगा। देश प्रेम की भावना, कुशल नेतृत्व उन्हें सबसे अलग बनाती है। रानी लक्ष्मीबाई को शक्ति स्वरूप मां दुर्गा के रूप में भी देखा जा सकता है। संचालन अभाविप गोरखपुर विभाग की छात्रा प्रमुख सौम्या गुप्ता ने किया।
हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. आमोदकांत/दिलीप
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