उत्तर मध्य रेलवे : वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी से गोविंदपुरी खंड के विद्युत कर्षण उन्नयन को मिली मंजूरी
प्रयागराज, 30 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर मध्य रेलवे के बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने और रेल संचालन की दक्षता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी से गोविंदपुरी खंड के विद्युत कर्षण प्रणाली के उन्नयन के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है।
एनसीआर के सीपीआरओ शशि कांत त्रिपाठी ने मंगलवार को बताया कि इस परियोजना के तहत मौजूदा 1X25 केवी विद्युत कर्षण प्रणाली को 2X25 केवी प्रणाली में उन्नत किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण परियोजना पर 403.20 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है। यह कार्य वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी से गोविंदपुरी के बीच किया जाएगा, जो 213 रूट किलोमीटर-426 ट्रैक किलोमीटर के क्षेत्र को कवर करता है। यह कार्य भारतीय रेलवे की ’पिंक बुक 2024-25’ में शामिल 12,000 करोड़ रुपये के अम्ब्रेला कार्य का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे के इस प्रस्ताव को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की स्वीकृति प्राप्त हो गई है।
पीआरओ अमित मालवीय ने बताया कि इस उन्नयन कार्य से रेल परिचालन की क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे उच्च गति वाली ट्रेनों और भारी मालगाड़ियों के संचालन में सुगमता आएगी। साथ ही, यह प्रणाली विद्युत आपूर्ति की विश्वसनीयता को और बेहतर करेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र

