पांचालघाट पर लाखों भक्तो ने लगाई गंगा में डुबकी
पांचाल घाट पर लाखों भक्तों ने लगाई गंगा में डुबकी
फर्रुखाबाद,5 नवंबर (हि. स.)। कार्तिक पूर्णिमा पर पांचाल घाट पर लाखों भक्तो ने गंगा में डुबकी लगा कर आत्मिक आनन्द मानसिक शांति की अनुभूति की। कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़ी यहाँ गंगा भक्तो की भीड़ की बजह मार्ग सकरे पड़ गए।
बताते चलें कि भारी संख्या में गंगा भक्तो ने आकर कार्तिक पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर ही डेरा डाल दिया। सुवह होने से पहले यहां पास पड़ोस के जिलों से उमड़ी भीड़ की बजह गंगा के पुल पर भारी जाम लग गया। मैनपुरी,एटा,वेवर,इटावा, के गंगा भक्तो की उमड़ी भीड़ की बजह गंगा तट पांचाल घाट से लेकर नाला बघार तक भीषण जाम लगा रहा।उधर दूसरी तरफ हरदोई,बदाऊ,शाहजहांपुर से आने वालों भक्तो की बजह हुल्लापुर तक जाम लगा रहा। यहां उमड़ी गंगा भक्तो की भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को पसीने छूटते रहे। समाचार लिखे जाने तक पुल के दोनों ओर भीषण जाम लगा हुआ है। गंगा तट पांचाल घाट पर गंगा स्नान करने के संबंध में महात्मा सत्य गिरी बताते हैं कि यहां स्नान करने वालों को विशेष फल मिलता है ।इसका वर्णन तुलसी बाबा ने भी किया है। उन्होंने लिखा है कि मंजन फल पेखिय तत्काला, काग होइ पिक वकऊ मराला। पांचाल घाट पर गंगा स्नान करने से बगुले हंस हो जाते हैं। कौवे कोयल की भाषा बोलने लगते हैं। यहां गंगा स्नान और गंगा में मंजन करने का विशेष फल है ।जिस वजह से पड़ोसी जिलों से गंगा भक्त यहां स्नान करते हैं और मनौती मांग कर मनोकामना पूरी करते हैं ।उनकी मनौती पूरी हो जाने पर वह गंगा को वस्त्र पहनाते हैं। इसी वजह से यहां गंगा नहाने वालो की भारी भीड़ लगी रहती है और लोग एक दिन पहले से ही यहां आकर डेरा डाल देते हैं ।आज यहां लाखों की संख्या में गंगा भक्त ब्रह्म मुहूर्त में ही स्नान कर चुके हैं। और समाचार लिखे जाने तक स्नान जारी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / Chandrapal Singh Sengar

