दलाई लामा के 89वें जन्मदिन पर दीर्घायु के लिए हुई विशेष पूजा
- कुशीनगर में काफी संख्या में जुटे तिब्बतियों सहित स्थानीय नागरिकों ने की प्रार्थना
कुशीनगर, 06 जून (हि.स.)। तिब्बत के निर्वासित राष्ट्राध्यक्ष एवं आध्यत्मिक बौद्ध धर्म गुरु व नोबल शांति पुरस्कार विजेता दलाईलामा का 89वां जन्मदिन शनिवार को कुशीनगर के तिब्बती बुद्ध मंदिर में श्रद्धापूर्वक मनाया गया। बौद्ध भिक्षुओं ने प्रभारी लामा कोंचोक टेंगक्योंग की अगुवाई में दलाईलामा के उत्तम स्वास्थ्य व लंबी आयु के लिए विशेष पूजा किया गया।
पूर्व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी ने लामा के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि जब तिब्बत आजाद था तब दलाईलामा दो बार भारत आए थे। भारत-तिब्बत के मध्य गुरु-शिष्य सम्बन्धों के कारण ही लामा तिब्बत से भाग कर भारत आए थे। वर्तमान में दलाईलामा के करण विश्व में भारतीय बौद्ध परंपरा (नालंदा बौद्ध परंपरा) का नाम रोशन हो रहा है।
टेंगक्योंग ने आभार प्रकट करते हुए बताया कि दलाईलामा का जन्म तिब्बत में 1935 में हुआ था। 1959 में चीनी विद्रोह के बाद तिब्बत से भाग कर भारत आए और धर्मशाला में शरण ली। 10 दिसंबर को उन्हें नोबल पीस पुरस्कार मिला था। भंते समिथा, भंते माई बीक, फ्रा युत, भंते अशोक, भंते आलोक, भंते दीपाली आदि ने विशेष पूजन संपन्न कराया।
हिन्दुस्थान समाचार/गोपाल/मोहित/सियाराम
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