कुम्भ मेलाधिकारी ने सड़कों के चौड़ीकरण का निरीक्षण कर दिये निर्देश
प्रयागराज, 17 नवम्बर (हि.स.)। महाकुम्भ 2025 के कार्यों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने तथा सभी कार्यों को समय सीमा के अन्तर्गत पूर्ण कराने के दृष्टिगत आज कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द ने प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा कराए जा रहे विभिन्न सड़कों के चौड़ीकरण एवं सुदृढीकरण सम्बंधी कार्यों का निरीक्षण कर जायजा लिया एवं अधिकारियों को निर्देशित किया।
कुम्भ मेलाधिकारी ने शुक्रवार को कटका तिराहा (नरेश गार्डेन) से झूंसी बस स्टैण्ड तिराहा, झूंसी, लोटस हास्पिटल से कटका रोड, झूंसी लेप्रोसी क्रासिंग से नैनी रेलवे स्टेशन, एडीए कालोनी से अरैल घाट रोड नैनी तथा अरैल बंध रोड नये यमुना ब्रिज से डीपीएस स्कूल तक निरीक्षण किया। झूंसी रोड के निरीक्षण के दौरान सड़क चौड़ीकरण का कार्य असंतोषजनक पाया गया। जिस पर मेलाधिकारी ने सम्बंधित ठेकेदार को फटकार लगाते हुए वहां के रोड की सैम्पलिंग थर्ड पार्टी एजेंसी द्वारा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने यूटिलिटी शिफ्टिंग के कार्य को सड़कों के चौड़ीकरण एवं सुदृढीकरण कार्य के साथ-साथ ही कराने के भी निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि विकास प्राधिकरण द्वारा 40 सड़कों पर चौडीकरण एवं सुदृढीकरण का कार्य कराया जा रहा है। जिसमें से 22 सड़कों का कार्य प्रारम्भ हो चुका है और शेष 18 सड़कों पर कार्य 15 दिसम्बर तक चालू हो जाएगा। यदि ये कार्य समय सीमा के अन्तर्गत प्रारम्भ नहीं होते हैं तो अभियन्ताओं की जिम्मेदारी तय की जाएगी। मेलाधिकारी ने सभी कार्यों को डीपीआर मानक के अनुसार कराने तथा टीपीआईए द्वारा इनकी डेली सैम्पलिंग कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए।
तत्पश्चात् उन्होंने मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आई ट्रिपल सी सभागार में अधिकारियों संग बैठक की। प्रयागराज में पर्यटकों को बढ़ाने एवं यहां आने वाले पर्यटकों की मानसिकता को और बेहतर तरीके से समझने के दृष्टिगत एमएनएनआईटी से टूरिस्ट प्रोफाइलिंग एवं सेंटीमेंट एनालसिस स्टडी कराने के भी निर्देश दिए। डिजिटल म्यूजियम के प्रारूप पर चर्चा करते हुए उसमें पार्किंग स्थल, गेस्ट हाउस, फूड प्लाजा कल्चरल हाट जिसके अन्तर्गत देश के विभिन्न स्थानों से आये व्यक्ति अपना स्टाल लगा सकेंगे तथा डिजिटल गैलरी को विकसित करने का सुझाव दिया गया। इसे अब अनुमोदन हेतु मुख्य सचिव के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। शहर के कुछ प्रमुख स्थलों जिसमें म्योहाल, पब्लिक लाइब्रेरी, चन्द्रशेखर आजाद पार्क, हाईकोर्ट पत्थर गिरजाघर तथा शास्त्री ब्रिज पर फसाड लाइटिंग लगाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई।
पर्यटन विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने उप निदेशक, पर्यटन द्वारा लापरवाही बरतने पर विभागीय कार्यवाही करने हेतु शासन को पत्र प्रेषित करने के निर्देश दिए। मेला प्राधिकरण कार्यालय में 18 नवम्बर को प्रथम चरण में मेला क्षेत्र से सटे 41 वार्डो के सभासदों के साथ समन्वय बैठक दोपहर एक बजे रखी गयी है। द्वितीय चरण में शेष वार्डों के सभासदों से समन्वय बैठक अगामी सप्ताह में की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण
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