काशी तमिल संगमम ने एक नई विरासत को जीवंत किया: धर्मेन्द्र प्रधान
वाराणसी, 17 दिसम्बर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को नमो घाट पर काशी तमिल संगमम के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। नमो घाट पर आयोजित भव्य समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना को साकार करने और भारत की एकता और विविधता के समागम को ऐतिहासिक बताया।
इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने काशी तमिल संगमम के माध्यम से एक नई विरासत को जीवंत कर दिया है। साथ ही एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार रूप दिया है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद देना चाहते हैं, जिन्होंने हमारे सांस्कृतिक विरासत एवं धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार सभी के आत्माओं एवं आकांक्षाओं को फिर से जीवंत कर दिया है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद से इतिहास को बड़े पैमाने पर पुनर्जीवित किया गया है। यह हर दिन नए स्वरूप में हमारे सामने आ रहा है। एक भारत श्रेष्ठ भारत के साथ पिछले साल हमने काशी तमिल संगम के पहले संस्करण को किया था। आज काशी के नमो घाट पर द्वितीय संस्करण काशी तमिल संगम का शुभारंभ हो रहा है। केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय और सूचना और प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री एल. मुरुगन ने कहा कि तमिल बहुत पुराना भाषा है। प्रधानमंत्री ने तमिल समाज को बढ़ाने के लिए एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना के साथ काशी तमिल संगम की शुरुआत की।
गौरतलब हो कि काशी तमिल संगमम का दूसरा चरण 30 दिसंबर 2023 तक चलेगा। इससे पहले विगत वर्ष 16 नवंबर से 16 दिसंबर 2022 तक काशी तमिल संगमम के पहले चरण का आयोजन किया गया था। तमिल पंचांग के अनुसार मार्गली (मार्गशीर्ष) महीने में आयोजित काशी तमिल संगमम-2 में तमिलनाडु और पुडुचेरी के लगभग 1500 लोग आठ दिन की यात्रा करेंगे। काशी के साथ ही वे अयोध्या और प्रयागराज भी जाएंगे। इसके लिए सात समूहों में 200 लोगों को शामिल किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/श्रीधर/आकाश
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