कानपुर वासियों को मिल गया नया एयरपोर्ट

कानपुर (कान्हापुर), 26 मई (हि.स.)। बयालीस महीने में बनकर तैयार हुए पुराने एयरपोर्ट से सोलह गुना बड़े नए एयरपोर्ट की सौगात कानपुर वासियों को आज मिल गई। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उद्घाटन किया।
उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा एयर पोर्ट है, जिसका दो किलो मीटर आठ सौ मीटर लम्बा रनवे को सरकार ने तैयार किया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद इसकी पुरानी डिजाइन में बदलाव करते हुए महल जैसी डिजाइन को स्वीकृति दी थी।
रात में भी उतरेगी फ्लाइट
नए एयरपोर्ट का भवन लगभग 6243 वर्ग मीटर के क्षेत्र में बनकर तैयार हुआ है। इसके निर्माण में 150 करोड़ रुपए खर्च हुए है। इसके निर्माण में विशेष व्यवस्था की गई है कि रनवे पर रात और कोहरे के समय प्लेन उतरने में कोई समस्या न आने पाए।
ग्रीन कॉन्सेप्ट पर तैयार हुआ नए एयरपोर्ट
एयरपोर्ट डायरेक्टर संजय कुमार ने बताया कि इस एयरपोर्ट का निर्माण यूपीआरएनएन संस्था ने किया है। बिल्डिंग को ग्रीन कॉन्सेप्ट पर तैयार किया है। एक बार में 400 यात्रियों को संभालने की क्षमता है। आठ चेक इन काउंटर हैं। बिल्डिंग में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से लेकर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक लगाया गया है। नेशनल ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग के तहत जीआरआईएच-आईवी रेटिंग दी गई है। इसे इस तरह तैयार किया गया है कि भविष्य में आवश्यकता पड़ने पर तीन के स्थान पर छह यात्री विमानों के लिए बढ़ाया जा सकेगा।
सुरक्षा के मद्देनजर डॉग स्क्वायड और सुरक्षा एजेंसी लगातार करती रही निगरानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के पूर्व से प्रस्थान तक सभी सुरक्षा एजेंसिया लगाता निगरानी में लगी रही। एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के उद्घाटन में साढ़े चार हजार लाभार्थी भी पहुंचें। जिसमें पीएम आवास, स्वच्छ भारत मिशन, एनआरएलएम समेत अन्य योजनाओं के लाभार्थियों के लिए अलग दीर्घा बनी थी। सभी को लाने और छोड़ने के लिए अधिकारी लगे थे।
उद्घाटन समारोह में शामिल हुए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अतिरिक्त केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ केंद्रीय उड्डयन राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह, उप्र विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, विधायक नीलिमा कटियार, राहुल बच्चा सोनकर, सरोज पटेल, सुरेन्द्र मैथानी, सलिल विश्नोई, महेश त्रिवेदी, अभिजीत सिंह सांगा, महापौर प्रमिला पाण्डेय, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वनिल वरूण समेत मुख्य सचिव समेत अन्य शासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तीन स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया थी। करीब छह हजार लोगों को कड़े सुरक्षा घेरे से गिरकर प्रवेश दिया गया। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के साथ 22 मजिस्ट्रेट तैनात थे। हर दीर्घा में मजिस्ट्रेट निगरानी में लगे हुए थे।
हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/मोहित
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