कन्नौज रेप काण्ड: अब सह अभियुक्त नीलू को रिमांड पर लेगी पुलिस
कन्नौज, 04 सितंबर (हि.स.)। किशोरी से दुष्कर्म कांड में सह अभियुक्त नीलू यादव ने मंगलवार काे कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। अब पुलिस उसे दो दिन की कस्टडी रिमांड पर लेगी और उससे पूछताछ की जाएगी। एक सप्ताह के अंदर इस प्रकरण में चार्जशीट कोर्ट में दाखिल करने की पुलिस ने तैयारी की है। किशोरी दुष्कर्म कांड की दिनप्रतिदिन मॉनिटरिंग कर रहे जनपद के एसपी अमित कुमार आनंद ने बुधवार काे यह बात पत्रकाराें से कही।
उल्लेखनीय है कि नाबालिग से रेप मामले में पिछले 12 दिन से फरार चल रहा सह अभियुक्त नीलू यादव आखिरकार पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा। मंगलवार सुबह उसने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस उसकी तलाश में छापामारी कर रही थी और करीबियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी, जबकि नीलू यादव नाटकीय ढंग से कोर्ट पहुंच गया। पुलिस को भनक तक नहीं लगी। पॉक्सो कोर्ट में पेशी के बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जिला कारागार अनौगी भेज दिया गया।
किशोरी दुष्कर्म कांड में मुख्य आरोपी नवाब सिंह यादव को बचाने के प्रयास में उसके छोटे भाई पूर्व ब्लॉक प्रमुख नीलू यादव को सह आरोपी बनाया गया है। उस पर षड्यंत्र में शामिल होने और साक्ष्य मिटाने का आरोप है। 21 अगस्त को पीड़िता की बुआ की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार था। एसपी ने उसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित करते हुए पहले पुलिस की चार टीमों को लगाया था।
पॉक्सो कोर्ट में फास्ट ट्रैक करेगी पुलिस
नाबालिग से दुष्कर्म कांड में सह आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख नीलू यादव को पुलिस कस्टडी रिमांड में लेकर पूछताछ करेगी। इसके बाद सप्ताह भर के अंदर चार्जशीट और साक्ष्य कोर्ट में दाखिल कर दिए जाएंगे। एसपी ने बताया कि पॉस्को कोर्ट में फास्ट ट्रैक की तरह ही ट्रायल होगा और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
सप्ताह भर के अंदर पुलिस कोर्ट में दाखिल करेगी चार्जशीट व साक्ष्य
एसपी ने बताया कि नीलू को पुलिस कस्टडी रिमांड में लेकर उससे घटना के संबंध में पूछताछ की जाएगी और कई प्रकार के साक्ष्य जुटाए जाएंगे। नीलू ने पीड़िता की बुआ के एक परिचित के खाते में चार लाख रुपये का ट्रांजेक्शन किया था। इसके बारे में भी साक्ष्य एकत्र किए जाएंगे। उसने किशोरी से दुष्कर्म के मुख्य आरोपी अपने बड़े भाई नवाब सिंह यादव को बचाने के लिए पीड़िता की बुआ को 10 लाख रुपये का लालच दिया था। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण न कराने तथा कोर्ट में बयान न देने के एवज में यह धनराशि हस्तांतरित की गई थी। साक्ष्य संकलित होते ही एक सप्ताह के अंदर चार्जशीट तैयार कर कोर्ट में दाखिल कर दी जाएगी।
पुलिस के पास कई महत्वपूर्ण साक्ष्य
नाबालिग से दुष्कर्म कांड में पुलिस के पास कई महत्वपूर्ण साक्ष्य हैं। इनमें सबसे पहली वह कॉल रिकॉर्डिंग है जिसमें पीड़िता ने डायल 112 पर पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद पीड़िता ने पुलिस को कोतवाली में घटना की जानकारी दी थी, इसका भी वीडियो बनाया गया था। पीड़िता के कलम बंद बयान सहित घटना स्थल का एक वीडियो भी है। इसमें नवाब सिंह अस्त व्यस्त हालत में बेड पर लेटा हुआ है और बुआ उसके पास कुर्सी पर बैठी है। डिग्री कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर तथा सबसे अहम फॉरेंसिक लैब की जांच की रिपोर्ट है, पुलिस का दावा है कि उसके पास मजबूत साक्ष्य हैं जिनके आधार पर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जा सकेगी।
हिन्दुस्थान समाचार / संजीव झा
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।