जिला बार एसोसिएशन न्यायिक कार्यों के निर्धारित समय में न करें शोकसभा व बैठक : कमिश्नर

- मंडलायुक्त ने की न्यायिक कार्य के स्थगन को कम करने की अपील
मुरादाबाद, 12 अप्रैल (हि.स.)। मुरादाबाद मंडल के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने न्यायिक कार्य के स्थगन को कम करने के लिए मंडल के पांचों जनपदों की सभी जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्षों और सचिवों को पत्र लिखकर शोकसभा, बैठक और अन्य समारोहों के आयोजन न्यायिक कार्यों के लिए निर्धारित समय के पहले या बाद में करने का अनुरोध किया है। ताकि दूरदराज से आने वाले वादकारियों को परेशानी न हो।
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मंडल में संचालित राजस्व न्यायालयों (चकबंदी व निबंधन को छोड़कर) में 155 पीठासीन अधिकारी कार्यरत हैं। प्रत्येक पीठासीन अधिकारी को औसतन करीब 145 न्यायिक कार्यदिवस मिलते हैं। मंडलायुक्त और दो अपर आयुक्तों के न्यायालयों ने पिछले एक वर्ष में 2676 वादों का निस्तारण किया है। लेकिन जिलों और मंडलीय न्यायालयों से मिली सूचना के मुताबिक पीठासीन अधिकारियों को औसतन 40 प्रतिशत न्यायिक कार्य दिवसों में बार संघ विभिन्न कारणों से प्रस्ताव पारित कर देते हैं, जिससे अधिवक्ता न्यायालयों में कार्य नहीं करते हैं। ऐसे में दूरदराज से आने वाले वादकारियों को परेशानी होती है।
कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि सभी बार एसोसिऐशन से न्यायिक कार्य के स्थगन को कम करने के लिए सम्मिलित प्रयास करने का अनुरोध किया है। जिस प्रकार पीठासीन अधिकारियों को अपनेप्रशासनिक कार्यों के बावजूद प्रतिदिन न्यायिक कार्य करने का उत्तरदायित्व दिया गया है, उसी प्रकार यदि एसोसिएशन पहल करते हुए श्रद्धांजलि सभा, पर्वों से संबंधित कार्यक्रम, अन्य समारोह और बैठकें न्यायिक कार्यों के लिए निर्धारित समय के पहले या बाद में आयोजित करें तो प्रतिदिन न्यायिक कार्यों का संपादन किया जा सकता है। इससे बार और बेंच के प्रति वादकारियों के मन में सकारात्मक एवं आदर भाव की भी वृद्धि होगी।
हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल