जमुनापार की बिजली व्यवस्था चरमराई : रेवती रमण सिंह
--मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर 18 घंटे विद्युत सप्लाई की मांग
प्रयागराज, 24 जुलाई (हि.स.)। पूर्व सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर मांग किया है कि पूर्व की भांति जमुनापार को बुंदेलखंड क्षेत्र घोषित कर 18 घंटे बिजली सप्लाई की व्यवस्था सुनिश्चित हो। क्योंकि जमुनापार के बारा, मेजा और कोरांव के अधिकतर क्षेत्र पथरीले हैं। जहां जलस्तर बहुत नीचे है।
उन्होंने कहा है कि मैं जब बिजली मंत्री था तो मैंने जमुनापार को बुंदेलखंड क्षेत्र घोषित कराया था जिससे कई दशकों तक 18 घंटे विद्युत सप्लाई होती थी। लेकिन विगत कुछ वर्षों से जमुनापार कि विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि 4-5 घंटे ही बिजली की सप्लाई हो रही है, वो भी लगातार नहीं। जिससें नलकूप भी नहीं चल पा रहे हैं, न पम्प कैनाल और नहरें भी नहीं चल पा रही हैं। जिसके परिणामस्वरूप धान की रोपाई नहीं हो पा रही है और न ही खरीफ की बुआई। उन्होंने कहा कि जमुनापार की चारों तहसील करछना, मेजा, कोरावं, बारा में बिजली को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। पूर्व सांसद ने मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत से भी टेलीफोन वार्ता कर इसका जल्द से जल्द समाधान निकालने को कहा है।
सपा प्रदेश सचिव विनय कुशवाहा ने कहा कि जमुनापार में दो-दो बिजली उत्पादन कारखाना लगवाने से क्या फायदा, “जब चिराग तलें अंधेरा“। उन्होंने कहा कि नेशनल ग्रिड में पूरा उत्पादन देने से पहले दोनों पावर प्रोजेक्ट से कुछ अंश जमुनापार को बिजली सप्लाई मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस चीज की उत्पादन का धुआं ग्रामीण खा रहे हैं, लेकिन उसी उत्पादन के फल (बिजली) से महरूम हो रहे हैं। यह तो जमुनापार वालों के ऊपर ज्यादती हो रही हैं।
--कोरांव एसडीओ व जेई कभी नहीं आते
बता दें कि, कोरांव एसडीओ एवं जेई तो कभी कोरांव स्थित कार्यालय में आते ही नहीं है। उक्त क्षेत्र में कई घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन एसडीओ व जेई का कोई अता-पता नहीं रहता। मोबाइल मिलाने पर सदैव ऑफ बताता है। वहां का कार्यालय केवल लाइनमैनों के भरोसे चल रहा है। वह भी जहां पैसा मिलता है, वहीं ठीक करने पहुंच जाते हैं। नहीं तो, आप झेलते रहिये।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त
हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र / बृजनंदन यादव
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