जैन धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व : शिखा जैन

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जैन धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व : शिखा जैन








- दिगम्बर जैन महिला महासमिति मुरादाबाद ने मनाया अक्षय तृतीया उत्सव

मुरादाबाद, 10 मई (हि.स.)। दिगम्बर जैन महिला महासमिति मुरादाबाद ने शुक्रवार को अक्षय तृतीया उत्सव मनाया। इस दौरान महासमिति की पदाधिकारियों ने गांधी नगर में गन्ने के रस का वितरण किया। जिसमें महासमिति की सभी बहनों का विशेष सहयोग रहा।

दिगम्बर जैन महिला महासमिति मुरादाबाद की प्रांतीय अध्यक्ष शिखा जैन ने बताया कि जैन धर्म में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ भगवान को विहार करते हुए 6 माह बीत जाने के उपरांत भी आहार नहीं हो सका क्योंकि उस समय लोग जैन तीर्थंकर के आहार की विधि नहीं जानते थे। तब हस्तिनापुर के राजा श्रेयांश को स्वप्न हुआ तब उन्होंने गन्ने के रस का पाणना (प्रथम आहार) बैशाख शुक्ल तृतीया यानी आज (अक्षय तृतीया) के शुभ दिन कराया गया। उसी दिन से यह दिन पावन पर्व के रूप में मनाया जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/दिलीप

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