शम्भुक ऋषि का वध नहीं हुआ था : जगद्गुरू रामभद्राचार्य
प्रयागराज, 25 अक्टूबर (हि.स.)। तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रो डॉ विक्रम हरिजन द्वारा भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण पर गई अमर्यादित टिप्पणी को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने दावा किया है कि शम्भुक ऋषि का वध नहीं हुआ था, बल्कि यह कथानक बाद में जोड़ा गया है। अगर डॉ विक्रम हरिजन मेरे द्वारा लिखी गई पुस्तक “सीता निर्वासन एवं शम्भुक वध “पढ़ लें तो उन्हें सच्चाई का ज्ञान हो जाएगा और उनका भ्रम भी दूर हो जाएगा।
यह बातें जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने बुधवार को होलागढ़ के भगवतीपुर खुटेहना में यूं एण्ड ए इंटरप्राइजेज के ‘क्रेविको यउमई टइवस्टइ इंस्टेंट नूडल’ के फुली आटोमैटिक प्लांट का शुभारम्भ करने के उपरान्त भारी भीड़ को सम्बोधित करते हुए कही। जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज ने विजयदशमी के मौके पर पर संघ प्रमुख मोहन भागवत द्वारा विश्व में भारत का गौरव बढ़ने के बयान का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर आज पूरी दुनिया में भारत का मान और सम्मान बढ़ रहा है। 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कहा है कि 2024 में भी कुछ अच्छा ही होने वाला है।
इसके पूर्व फैक्ट्री के निदेशक उदितांशु शुक्ला ने फैक्ट्री के प्रोडक्शन सहित अन्य जानकारियां विस्तार से दी। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन छह लाख पैकेट का उत्पादन होगा, जिसकी सप्लाई यूपी के लगभग सभी जिलों में होगी और उसके बाद प्रदेश के बाहर अन्य जिलों में सप्लाई शुरू होगी। कार्यक्रम में स्वामी राम चंद्र दास (जय महाराज उत्तराधिकारी), प्रो चंद्रकांत शुक्ला, महामंडलेश्वर टीना माँ, रीना शुक्ला, बीएचयू के पूर्व कुलपति प्रो गिरीशचंद्र त्रिपाठी, हर्षित पांडे (मेज़ा), उदितांशु शुक्ला, आर्यन शुक्ला, पूर्व विधायक नीलम करवरिया, इन्दू मिश्रा, पं देवराज पाठक, नीरज द्विवेदी, अभिषेक तिवारी टिंकू, पूर्व मंत्री इंदु प्रकाश मिश्रा, सुशील मिश्रा सहित हजारों लोग उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/पदुम नारायण
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।