अंतरप्रांतीय मेला : बेचूवीर बाबा की चौरी में उमड़े दो लाख भक्तगणों ने टेका मत्था
मीरजापुर, 22 नवम्बर (हि.स.)। अहरौरा का बरही गांव जो वीरान पड़ा था, वह इन दिनों निःसंतान व भूत-प्रेत बांधा से परेशान लोगों से ठसाठस भरा हुआ है। हम बात कर रहे हैं अंतरप्रांतीय बेचूवीर मेला की, जहां इन दिनों भूत-प्रेत का तांडव चल रहा है।
अहरौरा के बरही गांव स्थित बेचूवीर मेला के दूसरे दिन बुधवार को दो लाख से अधिक भक्तों ने चौरी पर मत्था टेक मन्नत मांगी। महिलाओं की अत्यधिक भीड़ पहुंचने से पुलिस-प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। 23 नवम्बर की भोर मनरी बजने के साथ तीन दिवसीय बेचूवीर मेला का समापन होगा। मनरी बजने के दौरान प्रसाद स्वरूप चावल ग्रहण करने के लिए ट्रैक्टर व अन्य साधनों से भक्त मेले की ओर कूच कर रहे हैं। ऐसे में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।
नगर पालिका व पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था अपर्याप्त
भक्तों की भारी भीड़ की वजह से नगर पालिका परिषद अहरौरा व पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था अपर्याप्त साबित हुई। बेचूवीर बाबा की चौरी पर पहुंचने के पूर्व भक्सी नदी में स्नान कर पूरा वस्त्र वहीं छोड़ देने की परंपरा है। इस कारण नदी के आसपास गंदे कपड़ों का अम्बार बिखरा पड़ा है। संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होने वाले दंपती भी बाबा के धाम में पहुंच रहे।
निःस्वार्थ भाव से सेवा में जुटीं ग्रीन ग्रुप की महिलाएं
अंतरप्रांतीय बेचूवीर मेला में पर्याप्त महिला पुलिस की व्यवस्था न होने से ग्रीन ग्रुप की दर्जनों महिलाएं निःस्वार्थ भाव से सेवा में जुटी हुई हैं, ताकि मेले में आने वाली महिलाओं को कोई परेशानी न हो। वहीं मेला समिति के प्रबंधक संतोष चौहान ने बताया कि लगातार एलाउंस कर मेला में खोने वाले लोगों को उनके परिवार से मिलाने का काम किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/पदुम नारायण
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।