किसानों के लिए वरदान साबित होगा अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केंद्र : सूर्य प्रताप शाही
-दो दिवसीय इंटरनेशनल बायर-सेलर सम्मेलन संपन्न
-विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों ने एमओयू पर किए हस्ताक्षर
-10 देशों के 40 से अधिक खरीदारों ने सम्मेलन में की भागीदारी
लखनऊ, 04 फरवरी (हि.स.)। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की ओर से वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सहयोग से आयोजित इंटरनेशनल बायर-सेलर मीट एवं प्रदर्शनी का शुभारंभ रविवार को मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह तथा विधायक डॉ धर्मपाल ने दीप प्रज्जवलित कर किया। सम्मेलन में विभिन्न मल्टीनेशनल कंपनियों ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, ग्रीस, नेपाल, बहरीन सहित 10 देशों के 40 से अधिक खरीदारों व प्रदेश के लगभग 500 प्रगतिशील किसानों ने सम्मेलन में भागीदारी की।
कृषि मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि आगरा में अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केंद्र की स्थापना की जा रही है, जो आगरा, अलीगढ़ एवं कानपुर मंडल के आलू कृषकों के लिए वरदान साबित होगा। बायर सेलर मीट के तकनीकी सत्र में उद्यान मंत्री ने कहा कि विश्व की तीसरी अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केंद्र से किसानों को उच्च कोटि के आलू बीज की प्रजातियां उपलब्ध हो सकेंगी। आय में भी वृद्धि होगी। साथ ही औद्यानिक फसलों की उत्पादकता में किसानों को तकनीकी जानकारी प्राप्त होगी।
बायर सेलर मीट के समापन सत्र में आलू के वैल्यू चेन विस्तार के लिए उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के निदेशक एवं यूपीएलएसएस लि., फेयर एक्सपोर्ट लुलू ग्रुप, बायर क्राप साइंसेस, एक्सिस बैंक, यारा फर्टिलाइजर एवं बजाज एलियांस के साथ एमओयू का आदान-प्रदान किया गया। साथ ही हाईटैक नर्सरी के लिए उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के निदेशक एवं यारा फर्टीलाइजर, बायर लाइफ साइंस तथा यूपीएलएसएस लि. के साथ एमओयू का आदान-प्रदान हुआ। वहीं एक एमओयू डिजिटल एग्रीकल्चर एक्सपोर्ट प्रमोशन के पीएमयू गठन के लिए एक्सेस असिस्ट से किया गया। बायर सेलर मीट के अवसर पर सिंगापुर, पोलैंड एवं दुबई के लिए आलू के निर्यात के संबंध में आबू धाबी के लूलू ग्रुप द्वारा समझौता किया गया।
एआई तकनीकी से होगी अच्छी पैदावार
बायर सेलर मीट में आयोजित तकनीकी सत्र में वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधि विकास कानूनगो ने बताया कि प्रदेश सरकार वर्ल्ड बैंक के सहयोग से वन ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश कृषि विकास और ग्रामीण उद्यम पारिस्थितिकी तंत्र मजबूती परियोजना, उप्र एग्रीस के डिजिटल एग्रीकल्चर कम्पोनेंट योजना पर कार्य कर रही है। इस योजना के माध्यम से कृषकों को लक्षित उपज में सुधार, निर्यात में वृद्धि तथा एआई तकनीकी का प्रयोग कर बागवानी फसलों में अच्छी पैदावार के साथ अधिक लाभ होगा।
फसलों को रोगों से बचाएगा फार्म केयर ऐप
आईएफसी के प्रतिनिधि हेमेंद्र माथुर ने बताया कि उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र में एआई तकनीकी को बढ़ावा देने के लिए 100 स्टार्टअप कार्य कर रहे हैं। एग्री स्टेक कम्पोनेन्ट के माध्यम से कृषक बैंक से कम समय में ऋण लेने तथा मौसम की अध्यावधिक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। यारा फर्टिलाइजर कंपनी के विनायक शर्मा ने कहा कि उनकी कंपनी ने कृषकों के हितार्थ एक फार्म केयर एप तैयार किया है। यह ऐप फसल में होने वाले रोगों की रोकथाम के लिए जानकारी देगा।
हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/आकाश
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