प्रत्येक दिन अपने शोध प्रयोग का करें निरीक्षण व परीक्षण: कुलपति

प्रत्येक दिन अपने शोध प्रयोग का करें निरीक्षण व परीक्षण: कुलपति
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प्रत्येक दिन अपने शोध प्रयोग का करें निरीक्षण व परीक्षण: कुलपति


कानपुर, 23 फरवरी (हि.स.)। समस्त शोध प्रयोग अनुमोदित तकनीकी कार्यक्रम के अनुसार ही प्रक्षेत्र पर लगने चाहिए। समस्त शोधार्थियों को लगभग प्रत्येक दिन अपने शोध प्रयोग का निरीक्षण एवं परीक्षण करते रहना चाहिए। यह निर्देश शुक्रवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ. आनंद कुमार ने दिया।

उन्होंने छात्र-छात्राओं एवं उनके गाइड से शोध प्रयोग की जानकारी के साथ ही शोध फसलों का गंभीरता पूर्वक अवलोकन किया। पर्यावरणीय परिवर्तन के आलोक में सूक्ष्म पोषक तत्वों, जैव उर्वरकों एवं रसायनों तथा हारमोंस के परनीय छिड़काव पर किए जा रहे शोध प्रयोग की सराहना की एवं प्रयोगों को देखकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

कुलपति ने सुझाव दिए की समस्त शोध प्रयोग अनुमोदित तकनीकी कार्यक्रम के अनुसार ही प्रक्षेत्र पर लगने चाहिए। समस्त शोधार्थियों को लगभग प्रत्येक दिन अपने शोध प्रयोग का निरीक्षण एवं परीक्षण करते रहना चाहिए। बीज उत्पादन के अंतर्गत किए जा रहे सब्जी मटर बीज एपी 3 की स्थिति पर संतुष्टि जताई। कुलपति ने स्नातक छात्र छात्राओं द्वारा प्रायोगिक फसल उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत किए जा रहे कार्यों एवं प्रयासों की सराहना की। शोध प्रयोग और अच्छी तरह से हों उन्हें संपूर्ण सुविधाएं जैसे सिंचाई हेतु ट्यूबवेल तथा आवश्यक निवेशों को उपलब्ध कराने हेतु सहयोग करने हेतु सहमति जताई।

विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर सी एल मौर्य ने बताया कि विद्यार्थी प्रशिक्षण प्रक्षेत्र पर एमएससी एवं पीएचडी के 90 छात्र छात्राओं द्वारा शोध परीक्षण किये जा रहे हैं। जिसमे बीज विज्ञान, कीट विज्ञान, पादप रोग विज्ञान, कृषि रसायन एवं मृदा विज्ञान,मृदा संरक्षण एवं जल प्रबंधन, सस्य विज्ञान, फसल कार्यकीय के विभिन्न आयामों पर शोध प्रयोग छात्र छात्राओं द्वारा किए जा रहे हैं।

इस अवसर पर कुलपति ने छात्र-छात्राओं एवं उनके गाइड से शोध प्रयोग की जानकारी के साथ ही शोध फसलों का गंभीरता पूर्वक अवलोकन किया। पर्यावरणीय परिवर्तन के आलोक में सूक्ष्म पोषक तत्वों, जैव उर्वरकों एवं रसायनों तथा हारमोंस के परनीय छिड़काव पर किए जा रहे शोध प्रयोग की सराहना की एवं प्रयोग को देखकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर मौर्य द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर संतुष्टि जताई तथा अधिक प्रयास किए जाने की अपेक्षा भी की। इस अवसर पर अधिष्ठाता कृषि संकाय के डा.सीएल मौर्य के साथ-साथ निदेशक प्रसार डॉक्टर आरके यादव ,निदेशक प्रशासन एवं मॉनिटरिंग डॉक्टर नौशाद खान, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक सहित लगभग 100 से अधिक छात्राएं उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/बृजनंदन

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