नक्षत्र वाटिका बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का अभिनव कार्य : प्रो.जे.वी.वैशंपायन
झांसी,03 नवम्बर(हि.स.)। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में कैमासन पहाड़ी के नीचे विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो.आरके सैनी के मार्गदर्शन एवं संरक्षण में नक्षत्र वाटिका का निर्माण किया गया है। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति जे.वी. वैशंपायन ने नक्षत्र वाटिका में रुद्राक्ष का पौधा रोपित किया। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय का यह अभिनव कार्य है।
यह नक्षत्र वाटिका शिक्षा, पर्यावरण एवं संस्कृति का समन्वय स्थल है। आज सतत विकास को लेकर अनेकों प्रकल्प एवं परियोजनाएं चलाई जा रही है। भारत में गुरुकुल व्यवस्था से ही प्रकृति अनुकूल जीवन शैली की शिक्षा प्रदान की जाती रही है। निश्चित ही बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के छात्र इस नक्षत्र वाटिका के माध्यम से विभिन्न प्रकार के वृक्षों की उपयोगिता एवं उनके महत्व के बारे में जान सकेंगे।
वनस्पति विज्ञान के सहायक आचार्य डॉ राजेश पांडे ने इस मौके पर ग्रहों एवं नक्षत्र के हिसाब से सभी पौधों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर प्रोफेसर आरके सैनी, लखनऊ विश्वविद्यालय के डॉक्टर नागेंद्र मौर्य बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के डॉ जय नारायण तिवारी, डॉ अवनीश कुमार दुबे, डॉ अनुपम व्यास डॉक्टर लव कुश द्विवेदी डॉ विजय यादव, डॉ अमित तिवारी, डॉ गजल रिजवी डॉ कौशल त्रिपाठी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/महेश
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