गंगा, संगम, नदियां और कुम्भ सबका है : माता प्रसाद पांडेय

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गंगा, संगम, नदियां और कुम्भ सबका है : माता प्रसाद पांडेय


लखनऊ, 24 फरवरी (हि. स.)। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने विधान सभा में सोमवार को सरकार को खूब घेरा। उन्होंने सरकार को कई सुझाव दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने 2024 में अपने अभिभाषण में कहा था कि कुम्भ 2025 कीर्तिमान स्थापित करेगा। वर्तमान सत्र में राज्यपाल ने अभिभाषण में कुम्भ की घटना पर शोक व्यक्त किया। ऐसा क्यों हुआ।

नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि कुम्भ किसी एक का नहीं है। यह सबका है। एक वर्ग को कुम्भ क्षेत्र में जाने से रोका गया। यह ठीक नहीं है। गंगा, संगम, नदियां और कुम्भ सबका है। सत्ताधारी दल के संकल्प पत्र में इसे विश्व स्तरीय बनाने का वादा किया था। आपकी सरकार कुम्भ को विश्व स्तरीय क्यों नहीं बना पाई। माता प्रसाद पांडेय ने आपराधिक घटनाओं के आंकड़े रखते हुए सरकार को घेरा। नेता प्रतिपक्ष ने सरकार को बदलाव के लिए कई सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि दरोगाओं और सिपाहियों की संख्या बढ़ी है। इसके बावजूद विवेचना नहीं हो पा रही है। भर्ती परीक्षा पेपर लीक को रोकने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कठोर कार्रवाई करने की कोशिश की लेकिन फिर भी पेपर लीक नहीं रुक रहा है। उहोंने कहा कि सरकार कहती है कि इतना निवेश हुआ। प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ। अगर ऐसा हुआ तो हमारे प्रदेश के युवा दूसरे राज्यों में नौकरी और रोजगार के लिए क्यों जा रहे हैं। पांडेय ने काला नमक चावल पर भी बात रखी।

प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल के निर्देश पर डॉ. भीमराव अंबेडकर के स्थान पर डॉ. भीमराव राम जी आम्बेडकर किया गया। राज्यपाल रामनाईक के कहने पर यह संशोधन हुआ था। वर्तमान सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण में डॉ. भीमराव अंबेडकर लिखा गया। इस पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि पहले हम नियम से चलते हैं। बाद में परम्परा से चलते हैं। हम अम्बेडकर का पूरा सम्मान करते हैं। उनके नाम पर पंचतीर्थ स्थलों को विकसित किया गया। डॉ. अंबेडकर का सबसे अधिक सम्मान भाजपा सरकार में किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप शुक्ला

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