आईआईएस कानपुर विकसित भारत का प्रसस्त करेगा मार्ग : प्रो.एस.गणेश

आईआईएस कानपुर विकसित भारत का प्रसस्त करेगा मार्ग : प्रो.एस.गणेश
आईआईएस कानपुर विकसित भारत का प्रसस्त करेगा मार्ग : प्रो.एस.गणेश


कानपुर,21 फरवरी (हि.स.)। आईआईएस कानपुर के साथ एक संरक्षक के रूप में जुड़ना आईआईटी कानपुर के लिए गर्व की बात है। कौशल विकास में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने की सामूहिक दृष्टि के साथ हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन किया गया, जिससे संस्थान विकसित भारत का मार्ग प्रसस्त करेगा। यह बात बुधवार को भारतीय कौशल संस्थान (आईआईएस) कानपुर का वर्चुअल उद्घाटन के मौके पर आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. एस. गणेश ने कहा।

उन्होंने कहा कि एक मार्गदर्शक संस्थान के रूप में, हम आईआईएस कानपुर को लगातार दिशा और समर्थन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर भारत की उन्नति और नवाचार को चलाने में सक्षम पेशेवर कार्यबल के विकास की सुविधा मिल सके।

इस मौके पर उप्र कौशल विकास और उद्यमिता निदेशालय के क्षेत्रीय निदेशक जे. डी. मसिलामणि ने कहा यह भारत में कौशल विकास और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने की दिशा में हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। मेरा मानना है कि आईआईटी कानपुर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के मार्गदर्शन के माध्यम से, हम उद्योग और नवाचार के लगातार विकसित हो रहे परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल के साथ युवाओं को सशक्त बना सकते हैं।

आईआईटी कानपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य ने कहा भारतीय कौशल संस्थान कानपुर के दृष्टिकोण को आकार देने में हमारी टीम का नेतृत्व करना एक बहुत बड़ा सम्मान की बात है। साथ मिलकर, हमारा लक्ष्य आज के तेजी से विकसित हो रहे तकनीकी परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता के साथ युवाओं को सशक्त बनाना है।

आईआईटी कानपुर एचएएल चेयर प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग प्रोफेसर-इन-चार्ज के रूप में प्रोफेसर बिशाख भट्टाचार्य, कोर टीम का नेतृत्व करेंगे जिसमें इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से डॉ. अभिलाष पटेल और डॉ. सौम्य रंजन साहू; और सह-समन्वयक के रूप में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग से डॉ. केवल एस रमानी, डॉ. विर्केश्वर शामिल होंगे, इसमें इस प्रयास में आगे चल कर, आईआईटी कानपुर के और भी संकाय सदस्य शामिल होंगे।

उल्लेखनीय है कि आईआईएस कानपुर की आधारशिला 19 दिसंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। 16000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैली यह इमारत अब एनएसटीआई परिसर में प्रयोगशाला विकास के लिए तैयार है। इस परिसर में निम्नलिखित चार प्रमुख श्रेणियों जैसे मशीनिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग,डिजिटल टेक्नोलॉजी, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी और स्पेशल पर्पस टेक्नोलॉजी के तहत कौशल विकास से संबंधित कम से कम 12 अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ होंगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (एनएसटीआई), कानपुर में आईआईटी कानपुर द्वारा मार्गदर्शित भारतीय कौशल संस्थान (आईआईएस) कानपुर का वर्चुअल उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में सांसद सत्यदेव पचौरी, विधान सभा सदस्य, उत्तर प्रदेश सुरेंद्र मैथानी; एचएएल कानपुर के महाप्रबंधक, अजय कुमार श्रीवास्तव; प्रमुख सचिव व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार एम. देवराज, आईएएस; क्षेत्रीय निदेशक, क्षेत्रीय कौशल विकास और उद्यमिता निदेशालय, जे. डी. मसिलामणि; डसॉल्ट एविएशन के प्रतिनिधि और आईआईटी कानपुर के संकाय सदस्यों सहित सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/बृजनंदन

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