सीएसजेएमयू : डॉ. मानस के प्रस्तावित शोध परियोजना को आईसीएसएसआर ने दी स्वीकृत

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सीएसजेएमयू : डॉ. मानस के प्रस्तावित शोध परियोजना को आईसीएसएसआर ने दी स्वीकृत


कानपुर, 21 दिसंबर (हि. स.)। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में कल्याणपुर स्थित छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के लाइफ़लॉन्ग लर्निंंग विभाग के सहायक आचार्य, डॉ० मानस उपाध्याय की तरफ से प्रस्तावित शोध परियोजना को भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर) ने मेजर रिसर्च प्रोजेक्ट के रूप में स्वीकृति प्रदान की है। यह जानकारी रविवार को सीएसजेएमयू के मीडिया प्रभारी डॉ दिवाकर अवस्थी ने दी।

सीएसजेएमयू मीडिया प्रभारी डॉ दिवाकर अवस्थी ने बताया कि उनकी शोध परियोजना ‘आधुनिकता और संयुक्त परिवारों का रूपांतरण : बदलती भूमिकाएं एवं दायित्व’ शीर्षक से स्वीकृत हुई है, जो भारतीय संयुक्त परिवार प्रणाली पर आधुनिकता के प्रभाव, पारंपरिक पारिवारिक संरचना में हो रहे परिवर्तनों तथा पारिवारिक सदस्यों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों में आए बदलावों का गहन समाजशास्त्रीय अध्ययन प्रस्तुत करेगी। इस शोध परियोजना के लिए कुल पंद्रह लाख दस हजार रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। परियोजना की स्वीकृत अवधि 24 महीने है।

मीडिया प्रभारी ने बताया कि यह अध्ययन विशेष रूप से यह विश्लेषण करेगा कि शहरीकरण, औद्योगीकरण, शिक्षा के विस्तार, रोजगार के बदलते स्वरूप तथा आधुनिक जीवनशैली ने संयुक्त परिवारों की संरचना, पारिवारिक संबंधों और निर्णय प्रक्रिया को किस प्रकार प्रभावित किया है। साथ ही, भारतीय समाज में परिवार संस्था के समकालीन स्वरूप को समझना इस शोध परियोजना की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में माना जाएगा।

डॉ० उपाध्याय, बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय से पीएचडी एवं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद से पोस्ट डॉक्टरल की उपाधि प्राप्त की है। उनके 25 से अधिक शोध पत्र देश और विदेश की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। साथ ही, उन्होंने शिक्षा, सामाजिक न्याय, नई शिक्षा नीति, भारतीय ज्ञान परंपरा, वैश्वीकरण से जुड़े विषयों पर पुस्तकों का लेखन किया है। इससे पूर्व, उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अनुदानित शोध परियोजना को सफलतापूर्वक पूर्ण किया है।

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने डॉ. मानस उपाध्याय को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में विश्वविद्यालय के शिक्षक और शोधार्थी निरंतर नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।

इस मौके पर विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के शिक्षकों ने डॉ. मानस उपाध्याय को हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।

हिन्दुस्थान समाचार / मो0 महमूद

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