रायबरेली में पूरे दमखम से चुनाव लड़ रहे हैं दिनेश प्रताप
लखनऊ, 12 मई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती है। इस बार कांग्रेस ने यहां से राहुल गांधी को और भाजपा ने प्रदेश के उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है।
दिनेश प्रताप सिंह 2019 का लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। सोनिया गांधी ने 2019 में दिनेश प्रताप सिंह को एक लाख 67 हजार मतों से हराया था। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो रायबरेली क्षेत्र की छह विधानसभा सीटों में से चार पर सपा और दो पर भाजपा ने जीत हासिल की थी।
राहुल को जीत दिलाने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रायबरेली में डेरा डाल दिया है। वहीं भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह इस सीट को जीतने के लिए कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहते। पूरे दमखम से चुनाव मैदान में हैं। हालांकि एक बात उनके लिए नकारात्मक जा रही है। रायबरेली से भाजपा विधायक अदिति सिंह ने चुनाव प्रचार से दूरी बना रखी है। फिलहाल अदिति सिंह को मनाने में पार्टी के प्रमुख नेता लगे हैं। फिलहाल दिनेश प्रताप सिंह ने इस मामले में कुछ भी बोलने से इनकार किया है। सिंह ने कहा कि असल में रायबरेली किसी का गढ़ नहीं है। वर्ष 2019 के चुनाव में सोनिया गांधी जीतीं तो उन्हें सपा और बसपा समेत कई दलों का समर्थन था।
हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/पवन
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