नौ दशक पुराना है नगर पंचायत केराकत का इतिहास
अंग्रेजों के जमाने से टाउन एरिया घोषित हुई थी नगर पंचायत
जौनपुर, 23 अप्रैल (हि. स.)। नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत का चुनाव जनपद में पहले चरण में 4 मई को होना है। नगर पंचायत केराकत का इतिहास लगभग नब्बे वर्ष पुराना है। कुछ पुराने जानकारों की माने तो केराकत कस्बा सन 1936 में टाउन एरिया घोषित हुई। जानकारों का कहना है कि आजादी से पहले अंग्रेज शासन में जब केराकत को टाउन एरिया का दर्जा मिला तो उस समय नगर के निवासी प्रतिष्ठित राय परिवार के स्व. कृपाशंकर राय श्रीवास्तव प्रथम बार केराकत नगर के चेयरमैन पद पर आसीन हुए और लगातार 1947 तक चेयरमैन पद पर काबिज रहे।
अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद कृपाशंकर राय श्रीवास्तव ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। उसके बाद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय रुद्र दत्त गिरी चेयरमैन निर्वाचित हुए। वे वर्ष 1953 तक चेयरमैन रहे। उसके बाद वे एमएलसी बन गये। उसके बाद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे स्व. दया राम सेठ चेयरमैन बने । चार वर्ष के बाद उन्होंने त्यागपत्र दे दिया। उसके बाद एक वर्ष के लिए बटुक प्रसाद गुप्त चेयरमैन हुए। फिर उसके बाद वर्ष 1971 से 1976 तक रुद्र दत्त गिरी चेयरमैन पद पर आसीन रहे। 1976 से 1990 तक सुपर सीट रही जिसमें एसडीएम प्रशासक रहे। वर्ष 1990 में चुनाव हुआ, जिसमें कमलाकांत गुप्ता चेयरमैन निर्वाचित हुए। वर्ष 1996 के चुनाव में दुर्गावती गिरि चेयरमैन चुनी गईं। वर्ष 2001 में हुए चुनाव में अशोक कुमार साहू चेयरमैन पद पर निर्वाचित हुए। वर्ष 2007 में हुए चुनाव में सरिता गुप्ता चेयरमैन चुनी गईं। उसके बाद 2012 में मीना साहू चेयरमैन पद पर आसीन हुए। 2017 के चुनाव में विजय कुमार गुप्त अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए। इस बार के चुनाव परिणाम आने के बाद स्थिति साफ हो पाएगी कि इस चुनाव में किस पार्टी का उम्मीदवार चेयरमैन चुना जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार/विश्व प्रकाश

