आरएसएस के शताब्दी वर्ष में हिन्दू सम्मेलन, समाज संगठन के लिए पांच मंत्रों का सूत्र

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आरएसएस के शताब्दी वर्ष में हिन्दू सम्मेलन, समाज संगठन के लिए पांच मंत्रों का सूत्र


—जहां-जहां हिंदू कमजोर हुआ वहां समाज विखंडित हुआ: नवीन

वाराणसी,14 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)के शताब्दी वर्ष में उत्तर प्रदेश की धार्मिक नगरी वाराणसी में संघ के वर्ष पर्यंत कार्यक्रमों की श्रृंखला में हिन्दू सम्मेलन की शुरूआत हो गई है। रविवार को संघ के काशी दक्षिण भाग माधव नगर स्थित साकेत नगर पार्क संख्या 2 और संत रविदास नगर के साथ रामनगर में भी हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया।

साकेत नगर पार्क में बतौर मुख्य अतिथि शिवदत्त द्विवेदी ने कहा कि हिन्दू समाज को सोलह संस्कारों के विषय में पूरी जानकारी होनी चाहिए। संस्कारों के अभाव से ही समाज में समस्याएं जन्म ले रही हैं। सनातन धर्म जातिगत भेदभाव को नहीं मानता है । विशिष्ट अतिथि सीमा अग्रवाल ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर एवं रानी लक्ष्मीबाई जैसी महिलाएं भारतीय समाज में नारी के सशक्तिकरण का प्रत्यक्ष उदाहरण है।

सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी विभाग बौद्धिक शिक्षण प्रमुख नवीन ने कहा कि जहां-जहां हिंदू कमजोर हुआ वहां समाज विखंडित हुआ है । ऐसे में मातृभूमि की सुरक्षा के लिए हिंदू सम्मेलन का आयोजन होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जब कोई भारत माता का चिंतन करता है तब उसे स्पष्ट होना चाहिए कि हिमालय जिसका किरीट है ,गंगा जमुना जिसके गले के हार है, नर्मदा इसकी करधनी है और पूर्वी व पश्चिमी घाट जिसकी मजबूत जंघाएं है। समुद्र जिसका चरण पखारता है, वहीं भारत माता का स्वरूप है। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व आईएएस अधिकारी हरिश्चंद्र श्रीवास्तव ने किया। इसके पहले सम्मेलन का आरंभ भारत माता की तस्वीर पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलन से किया गया। सम्मेलन का समापन वंदे मातरम गीत से हुआ।

—संत रविदास नगर एवं रामनगर में भी हिंदू सम्मेलन

संघ के शताब्दी वर्ष में संत रविदास नगर स्थित अशोक विहार कॉलोनी के दुर्गा मंदिर में हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति जय प्रकाश लाल ने हिंदू समाज के संगठन के लिए पांच मंत्रों का सूत्र दिया। उन्होंने बताया कि कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता ,नागरिक कर्तव्य का पालन,नागरिकों में स्व के भाव का जागरण एवं पर्यावरण संरक्षण से हम समाज का संगठन कर सकते हैं। मुख्य अतिथि रविदास मंदिर के महंत भारत भूषण, विशिष्ट अतिथि प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विनीता रही। कार्यक्रम ​की अध्यक्षता बीएचयू आईआईटी के प्रोफेसर संदीप ने किया। इसी प्रकार रामनगर टेंगरा मोड़ स्थित बंगाली बाबा पैलेस में भी हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

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