जल संचय करने में हिण्डन नदी निभा सकती है अहम भूमिका: अमित राज
भूजल स्तर को बढ़ाने को किया जाए वृहद स्तर पर वृक्षारोपण
गाजियाबाद, 9 जून (हि.स.)। जल शक्ति अभियान कैच द रेन के अन्तर्गत पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय केन्द्रीय नोडल अधिकारी अमित राज ने सोमवार को घटती हुई वर्षा एवं भूजल स्तर पर चिन्ता जताते हुये जल निकायों के विकास कराने, हिन्डन नदी सहित अन्य स्थानों पर वृक्षा रोपण करने रि—यूज जल का उपयोग करने, भूजल आधारित स्रोतों पर निर्भरता कम करने पर जोर दिया ।
अमित राज की अध्यक्षता में दुर्गावती सभागार विकास भवन गाजियाबाद में समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
अमित राज ने कहा कि हिण्डन नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने से जल संचय में लाभ मिलेगा। अत: हिण्डन नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने हेतु विशेष प्रयास किये जाएं, तभी हिण्डन नदी जल संचय करने में अहम भूमिका निभायेगी। हिण्डन नदी में नाली—नालों का गंदा पानी सहित कूडा—करकट ना जाने पाये, नदी में गिरने से पूर्व ही जल को स्वच्छ करने की पूरी व्यवस्था की जाएं। बैठक के बाद अमित राज ने विकास भवन स्थिति जल शक्ति केन्द्र का निरीक्षण किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि जनपद-गाजियाबाद भूजल स्तर बढ़ाने के लिये सीएसआर फण्ड द्वारा तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। वर्तमान में संचालित एसटीपी प्लान्ट के अतिरिक्त नये एसटीपी प्लांट स्थापित किये जायेगें। उद्योगो को भूजल उपयोग करने में कमी लाने तथा एसटीपी का पानी उपयोग करने के लिये निर्देशित किया गया है। प्रत्येक कम्पनी को रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली स्थापित करने के निर्देश दिये गये है। हिन्डन नदी कि किनारे जुलाई, 2025 में जन जागरूकता अभियान चलाते हुये भारी मात्रा में वृक्षारोपण कराया जायेगा। इसके अतिरिक्त हिन्डन नदी के पुर्नजीवन का कार्य वृहद स्तर पर किया जायेगा, जिसमें कार्य प्रारम्भ भी किया जा चुका है।
हिमांशु गौतम ने बताया जागरूकता की ओर थीम कि वर्तमान वर्ष 2025 जल शक्ति अभियान जल संचय, जन भागीदारी, जन जागरूकता पर आधारित है। जिसमें जनपद-गाजियाबाद में जलाशयों की सफाई, जल निकायों का जियो टैगिंग, मानचित्रण, वनीकरण एवं रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली स्थापित करने आदि कार्य करायें जायेगें।
हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली

