तीर्थराज प्रयाग का पूरे विश्व में एक अपना महत्वपूर्ण स्थान : शिव प्रताप शुक्ल
--हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल का सम्मान कार्यक्रम
प्रयागराज, 24 फरवरी (हि.स.)। संगमनगरी से बहुत गहरा नाता रहा है, तीर्थराज प्रयाग पूरे विश्व में एक अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। जिसे शब्दों के माध्यम से व्याख्यायित नहीं किया जा सकता।
उक्त विचार हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शनिवार को प्रयागराज आगमन पर अपने सम्मान समारोह में व्यक्त किया। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के आगमन पर उनके स्वागत में सीनियर एडवोकेट वीपी श्रीवास्तव ने अपने आवास पर राज्यपाल के सम्मान समारोह का आयोजन किया, जिसमें ज्ञान गुण सागर वाहिनी के अध्यक्ष कुश श्रीवास्तव ने राज्यपाल का माल्यार्पण एवं अंगवस्त्रम प्रतीक भेंट कर स्वागत एवं अभिनंदन किया।
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि आज जरूरत है कि हम आने वाली पीढ़ी के अंदर संस्कार भरें और सभ्यता व संस्कृति से जोड़े रखें। प्रयागराज शहर साहित्य शिक्षा संस्कृति की धरती है। यहां से अनेक विभूतियां निकली है। राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए तथा अपनी सभ्यता और संस्कृति के लिए त्याग कर अपने अमूल्य योगदान से राष्ट्र के नींव को मजबूती प्रदान की है।
आयोजन में इलाहाबाद उच्च न्यायलय के न्यायाधीश जस्टिस राहुल चतुर्वेदी, जस्टिस वीसी दीक्षित एवं एडवोकेट महिंदर बहादुर, अखिलेश श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, आरके ओझा, देवेन्द्र नाथ मिश्र भी सम्मान समारोह में उपस्थित रहे। इनके अलावा अन्य अतिथियों में साहित्यकार शैलेन्द्र मधुर, आभा श्रीवास्तव, सुनील क्षेत्रीय, आशुतोष हर्षवर्धन, राष्ट्र गौरव, अमिताभ श्रीवास्तव, अवनीश श्रीवास्तव, पवन श्रीवास्तव, सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/सियाराम
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