कृषकों के लिए राजकीय पौधशाला बनकर तैयार
फिरोजाबाद, 15 अगस्त (हि.स.)। सुहागनगरी में कृषकों के लिए उद्यान विभाग परिसर में मिनी सेंटर आफ एक्सीलेंस परियोजना के तहत लागत 79.60 लाख की राजकीय पौधशाला तैयार की है। इस हाईटेक नर्सरी के निर्माण से कृषकों को नवीनतम संकर, उन्नतिशील शाकभाजी व मसाला प्रजातियों की रोग रहित पौध उपलब्ध हो सकेगी।
जिला उद्यान अधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि औद्यानिक फसलों की दृष्टि से फिरोजाबाद का उत्तर प्रदेश में विशिष्ट स्थान है। यहां की प्रमुख फसल आलू ही है, जो पूरे जनपद में होती है। दूसरी फसल मिर्च एवं तीसरी फसल शिमला मिर्च है, जो मुख्यतः नारखी एवं टूण्डला ब्लाक में होती है। इसके अतिरिक्त लहसुन की खेती भी जसराना व एका विकास खण्ड में होती है। जनपद में अधिकांश कृषकों द्वारा सब्जियाें उत्पादन किया जाता है। जिसमें लौकी, तोरई, करेला, खीरा, खरबूज, तरबूज, फूलगोभी, पातगोभी, टमाटर, बैगन, भिण्डी, मूली, पालक, मैथी, सोया व धनियां आदि शामिल हैं। जनपद में बागवानी फसलों में विशेषकर केला, एप्पल, बेर, अमरूद, नींबू का भी क्षेत्र विस्तार हो रहा है।
जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि किसानों के लिए ही पौधशाला तैयार की गयी है, जिसमें ट्रायल के तौर पर हाईटेक नर्सरी में मसाला मिर्च एवं शिमला मिर्च की पौध तैयार कराई जा रही है। किसानों को आधुनिक विधि से औद्यानिक फसलों के उत्पादन करने की नवीनतम तकनीकी भी यहां पर सिखाई जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / कौशल राठौड़ / शरद चंद्र बाजपेयी / बृजनंदन यादव
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