रंगों के पर्व होली को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट,जारी हुई हेल्थ एड्वाइजरी

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रंगों के पर्व होली को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट,जारी हुई हेल्थ एड्वाइजरी


—पर्व पर किसी भी दुर्घटना से बचाव के लिए तैयारी,पैरामेडिकल स्टॉफ को छुट्टी नहीं मिलेगी

वाराणसी,11 मार्च (हि.स.)। रंगों के पर्व होली को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारी की है। महापर्व पर सतर्क विभाग ने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही सभी सरकारी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं के लिए 24 घंटे अलर्ट रहने का निर्देश दिया है।

मंगलवार को जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि महापर्व होली पर दुर्घटना,मार्ग दुर्घटना की घटनाओं में बढ़ोत्तरी होने की संभावना को देख सभी आकस्मिक सेवायें सुव्यवस्थित एवं संचालित रखी जाएंगी। साथ ही संबंधित चिकित्सा इकाई की इमरजेंसी में कुछ बेड अतिरिक्त रूप से आरक्षित रखे जाएंगे। सभी चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टॉफ को बिना अपरिहार्य कारणों के अवकाश स्वीकृत नहीं होगा। जिले की सभी चिकित्सकीय इकाईयों पर क्रियाशील एबुलेंस की उपलब्धता रहने के लिए निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि होली रंगों का पर्व है, जिसमें प्रायः केमिकल वाले रंगों के उपयोग से नेत्र एवं त्वचा से संबंधित समस्यायें होती हैं। ऐसे में सभी चिकित्सा इकाईयों पर नेत्र तथा त्वचा रोग से संबंधित औषधियों की पर्याप्त उपलब्धता,त्वचा एवं नेत्र रोग विशेषज्ञों की आन-काल उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है। जिला प्रशासन से समन्वय कर होली के त्यौहार को स्वास्थ्य की दृष्टि से सुरक्षित रूप से मनाने के लिए समस्त यथा आवश्यक कदम उठायें जाएंगे।

सीएमओ ने बताया कि होली पर्व पर दुर्घटनाओं की आशंका अधिक रहती है लिहाजा आपातकालीन सेवा के लिए चिकित्सकों, स्टाफ नर्स और स्वास्थ्य कर्मियों की ड्यूटी अपने निर्धारित ड्रेस कोड के साथ एवं समयानुसार लगा दी गई है। मण्डलीय चिकित्सालय, जिला चिकित्सालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बेड आरक्षित किये गये हैं। होली में केमिकल युक्त रंगों के प्रयोग से त्वचा झुलसने के साथ ही श्वांस व नेत्र रोग संबंधी मामलों की आशंका अधिक रहती है। इसे देखते हुए सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर नेत्र रोग और त्वचा रोग संबंधी पर्याप्त औषधियों के साथ चिकित्सकों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

होली पर केमिकल युक्त रंगों के प्रयोग से बचे

सीएमओ ने जनपद वासियों से अपील की है कि वह होली पर केमिकल युक्त रंगों के प्रयोग से बचें। उन्होंने कहा कि होली में केमिकल युक्त रंगों का प्रयोग आप के लिए घातक हो सकता हैं। होली खेलने के लिए लोग जिन रंगों का अधिकांशतः प्रयोग करते है वह ऐसे रसायनों से तैयार किये जाते है जो लोगों के लिए बेहद ही हानिकारक होते हैं। होली पर जिन लोगों को इस तरह के रंग लगाये जाते है उन्हें त्वचा रोग होने का सर्वाधिक खतरा रहता हैं। अगर ये रंग आंखों में चले जाए तो इनसे आंखों को भी क्षति पहुंच सकती है। कई बार सांस के जरिये ये रंग फेफड़ों में भी जमा हो जाते है। सभी लोगों को केमिकल युक्त रंगों से होली खेलने से बचना चाहिए।

इस तरह बरतें सतर्कता

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि केमिकल युक्त रंगों से बचाव का बेहतर तरीका है कि होली वाले दिन घर निकलने से पहले पूरे शरीर में तेल अवश्य लगाये। ऐसे कपड़े पहने जिससे शरीर का अधिकांश हिस्सा ढका रहे। इतना करने के बाद भी यदि किसी ने आपको केमिकल युक्त रंग लगा दिया है और आपके शरीर के किसी हिस्से में जलन अथवा किसी भी तरह की परेशानी हो तो चिकित्सक से तत्काल परामर्श लेना चाहिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी

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