जेल में बंद कैदियों का होगा स्वास्थ्य परीक्षण
कानपुर, 03 दिसम्बर (हि.स.)। जिला कारागार में रविवार को उ.प्र. राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी, लखनऊ द्वारा इन्टीग्रेटेड एसटीआई (सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज), एचआईवी (ह्युमन इम्युनडिफिशिएंशी वायरस), टीबी (क्षय रोग) तथा हेपेटाइटिस से बचाव के लिए विशेष अभियान प्रारम्भ किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आलोक रंजन, अपर जिला मजिस्ट्रेट (न्यायिक) सूरज यादव व उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राजेश्वर सिंह ने संयुक्त रूप से इस अभियान का शुभारम्भ किया ।
अभियान के तहत यौन जनित रोगों, एचआईवी, टीबी तथा हेपेटाइटिस से बचाव के उपाय तथा परीक्षण में संक्रमित पाये जाने की दशा में नियमित रूप से पूरा उपचार प्राप्त करने के सम्बन्ध में बन्दियों (कैदियों) को विस्तार से समझाया गया। कारागार अधीक्षक डॅा. बीडी पाण्डेय ने बन्दियों को नियमित रूप से अपने स्वास्थ्य की जांच कराने, कारागार चिकित्साधिकारी एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा परामर्शित औषधियों का नियमित रूप से सेवन करने तथा कारागार से रिहा होने के पश्चात भी सरकारी चिकित्सालय के माध्यम से अपने उपचार को नियमित रूप से जारी रखने के प्रेरित किया।
इस अवसर पर कारागार चिकित्साधिकारी डॉ.प्रभाकर त्रिपाठी, उ.प्र. राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी की ओर से शमसुद्दीन शेख, प्रेम शंकर वर्मा, महेन्द्र शर्मा, दुर्गेश कुमार तथा कारापाल अनिल कुमार पाण्डेय व राजेश कुमार, उप कारापाल कृष्ण मोहन चन्द्र, प्रशान्त उपाध्याय, राजेश कुमार मौर्य, सायमा जलीस, मौसमी राय एवं अनिल कुमार उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/महमूद/बृजनंदन
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