महाकुम्भ के कुशल प्रबंधन को लेकर हैकथॉन का हुआ आयोजन
--आईटी सहित अन्य संस्थाओं व कालेजों के छात्र करेंगे काम
--हर थीम में बेस्ट सोल्यूशन देने वाली टीम को एक लाख का इनाम
प्रयागराज, 18 जनवरी (हि.स.)। महाकुम्भ 2025 के कुशल प्रबन्धन को और अधिक प्रभावी एवं तकनीकी नवाचारों को जोडते हुए अत्याधुनिक बनाने के दृष्टिगत प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (ट्रिपल आईटी) संस्थान के सहयोग से महाकुम्भ हैकथॉन का आयोजन किया जा रहा है। इस हैकथॉन के माध्यम से दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन से जुड़े सबसे चुनौतीपूर्ण मुद्दों के टेक्नालाजिकल सोल्यूशन देने का अवसर इन छात्रों को मिलेगा। शुरुआत में तीन विषयों की पहचान की गई है। जिनसे जुड़ी समस्याओं के समाधान हेतु यह बच्चे अपने-अपने सोल्यूशन पर काम करेंगे।
इसमें पहला सिक्योरिटी एण्ड सर्विलांस (सुरक्षा और निगरानी) दूसरा एक्सटेंडेड रियलटी (एक्सआर) सोल्यूशन फार एक्सपीरियेंशियल कुम्भ और तीसरा विषय मानीटरिंग इन्वेंट्री, फैसिल्टीज एण्ड यूटिलिटी है। इस हैकथॉन में प्रतिभाग कर रहे छात्र इन समस्याओं का टेक्नालाजिकल सोल्यूशन देंगे तथा हर थीम में बेस्ट सोल्यूशन देने वाली टीम को एक लाख रूपये का इनाम दिया जाएगा। इस हैकथॉन का पंजीकरण शीघ्र ही प्रारम्भ होगा तथा फरवरी 2024 से शार्टलिस्ट टीम के 2-3 मेंम्बर को माघ मेले में प्रतिभाग करते हुए उपयोगी डेटा कलेक्ट करने तथा मेले में हो रहे कार्यों का अनुभव कराया जाएगा। कोडिंग पीरियड 1-15 मार्च तक चलेगा तथा फाइनल इवैल्यूएशन 15-20 मार्च के बीच किया जाएगा। हर टीम सिर्फ किसी एक थीम पर ही कार्य कर सकेगी एवं उसका साइज 4-6 मेम्बर तक हो सकता है।
मण्डलायुक्त एवं अध्यक्ष प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने बताया कि महाकुम्भ के दौरान आने वाली सुरक्षा, निगरानी, गतिशीलता, भीड़ प्रबंधन, एक्सटेंडेड रियलटी (एक्सआर) सोल्यूशन एवं सेवा स्तर बेचमार्किंग चुनौतियों के लिए नवीन तकनीकी समाधान प्राप्त करने के लिए इसका आयोजन किया जा रहा है। स्वीकृत समाधानों को प्रारम्भिक वित्त पोषित किया जाएगा और मेला प्राधिकरण द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा।
भीड़ प्रबंधन और पूर्वानुमानित विश्लेषण
इसके अन्तर्गत डेटा एनालिटिक्स एवं प्रिडिक्टिव माडलिंग के प्रयोग से एक ऐसा सोल्यूशन बनाया जाएगा जिसके प्रयोग महाकुंभ मेले के दौरान भीड़ प्रबंधन को और बेहतर किया जा सकेगा। सिस्टम चरम भीड़ के समय की भविष्यवाणी करने, सम्भावित भीड़ भाड़ वाले बिंदुओं की पहचान करने और भीड़ नियंत्रण के लिए सक्रिय उपायों की पहचान करने में सक्षम होना चाहिए।
रियल टाइम एनामिली डिटेक्शन
इसके अन्तर्गत एक ऐसी प्रणाली विकसित की जाएगी जो महाकुम्भ मेले के दौरान सुरक्षा कर्मियों को कम समय में समझने तथा उस पर प्रभावी तरीके से रिस्पांड करने में सहयोग करेगा।
ड्रोन आधारित आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली
इसके अन्तर्गत महाकुम्भ मेला परिसर के भीतर घटनाओं की तुरंत पहचान करने और प्रतिक्रिया देने के लिए एक स्वायत्त ड्रोन-आधारित आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली डिजाइन की जाएगी। सिस्टम को मौजूदा निगरानी बुनियादी ढांचे के साथ एकीकृत करते हुए रियल टाइम वीडियो स्ट्रीमिंग, भीड़ की निगरानी और आपातकालीन आपूर्ति सुनिश्चित करने में उपयोग किया जाएगा।
बेहतर सुरक्षा के लिए गोपनीयता संरक्षित चेहरे की पहचान होगी। इसके अन्तर्गत सुरक्षा की दृष्टिकोण से एक गोपनीयता-संरक्षित चेहरे की पहचान प्रणाली विकसित की जाएगी। शहर एवं पर्यटन स्थलों पर भारी भीड़ के कारण, महाकुम्भ में भाग लेने वाले तीर्थयात्रियों को शहर में आने के बाद भी प्रयागराज के सभी मंदिरों और सांस्कृतिक स्थलों का अनुभव करना मुश्किल हो जाता है। एक्सआर के उपयोग से तीर्थयात्रियों को वर्चुअल रियलिटी प्लेटफार्म के माध्यम से सभी चीजों का अनुभव कराया जाएगा।
मानीटरिंग इन्वेंट्री, फैसिल्टीज एण्ड यूटिलिटी
इससे टेक्नालाजी का प्रभावी प्रयोग करते हुए डेटा कैप्चर जो अभी तक मैनुअल तरीके से किया जाता था जिससे त्रुटियों की सम्भावना बढ़ जाती है, उसे रोकना आसान हो जाएगा तथा मानीटरिंग मैकेनिजम भी बेटर हो जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/मोहित
हमारे टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन करने के लिये यहां क्लिक करें, साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर और वाराणसी से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप डाउनलोड करने के लिये यहां क्लिक करें।